झारखंड में CCL कर्मचारी से 1 करोड़ की रंगदारी मांगने वाले 4 नक्सली गिरफ्तार, पवन गंझू भी शामिल
झारखंड में नक्सलियों की आपराधिक गतिविधियों पर शिकंजा कसने के लिए सुरक्षा बलों की कार्रवाई लगातार जारी है। इसी क्रम में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) के एक कर्मचारी से 1 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने भाकपा (माओवादी) के चार कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार नक्सलियों में सबसे खतरनाक नाम योगेंद्र गंझू उर्फ पवन गंझू का है, जो भाकपा (माओवादी) की कोयल-शंख जोन कमेटी से जुड़ा हुआ है। पवन गंझू की क्रूरता के किस्से क्षेत्र में कुख्यात हैं। जानकारी के मुताबिक, उसने एक बार सुरक्षा बल के एक शहीद जवान का पेट चीर कर उसके शरीर में बम प्लांट कर दिया था, जिससे उसके शव को भी नुकसान पहुंचे और सुरक्षाबलों में दहशत फैले।
कैसे हुआ था खुलासा?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, CCL के कर्मचारी को धमकी भरा पत्र भेजा गया था, जिसमें एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। पत्र पर भाकपा (माओवादी) के कोयल-शंख जोन कमेटी का नाम दर्ज था। जांच के बाद इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया गया। तकनीकी निगरानी और खुफिया जानकारी के आधार पर चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार किए गए अन्य नक्सली
पुलिस ने पवन गंझू के अलावा जिन अन्य नक्सलियों को गिरफ्तार किया है, वे भी कई संगीन मामलों में वांछित थे। इन सभी पर हत्या, रंगदारी वसूलने, धमकी देने और विस्फोटक सामग्री रखने जैसे गंभीर आरोप हैं। पुलिस को इनके पास से नक्सली साहित्य, धमकी पत्र, मोबाइल फोन और कुछ नकद रुपये भी बरामद हुए हैं।
पुलिस की कार्रवाई को मिली सराहना
झारखंड पुलिस की इस कार्रवाई को बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तारियों से क्षेत्र में नक्सलियों के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। साथ ही CCL जैसे संवेदनशील संस्थानों के कर्मचारियों और आम नागरिकों में सुरक्षा को लेकर भरोसा बढ़ा है।
आगे की रणनीति
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों से पूछताछ जारी है और इनके नेटवर्क के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है। इस मामले में जल्द और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। पुलिस का मानना है कि इन नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर उन्हें मुख्यधारा में लाने की कोशिश भी की जाएगी।

