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पूर्वी सिंहभूम में डेंगू का कहर जारी, नौ माह का मासूम बच्चा भी चपेट में

पूर्वी सिंहभूम में डेंगू का कहर जारी, नौ माह का मासूम बच्चा भी चपेट में

पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू के बढ़ते प्रकोप ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। शुक्रवार को जिले में नौ माह का एक मासूम बच्चा डेंगू पॉजिटिव पाया गया, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।

जानकारी के अनुसार, डेंगू से पीड़ित यह बच्चा जमशेदपुर के छोटा गोविंदपुर क्षेत्र का निवासी है। परिजनों द्वारा बुखार, कमजोरी और शरीर पर चकत्ते जैसे लक्षण दिखने पर बच्चे को टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने डेंगू की पुष्टि की।

जिले में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, जिले में पिछले एक पखवाड़े में डेंगू के मामलों में अचानक वृद्धि दर्ज की गई है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि डेंगू अब बच्चों को भी तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है।

विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के चलते जलजमाव और सफाई व्यवस्था की कमी से एडीज मच्छरों को पनपने का पूरा मौका मिल रहा है। यही मच्छर डेंगू वायरस के मुख्य वाहक होते हैं।

स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, सर्वे और फॉगिंग तेज़

डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित इलाकों में विशेष सर्वे और फॉगिंग अभियान शुरू कर दिया है। खास तौर पर छोटा गोविंदपुर, बागबेड़ा, परसुडीह और बारीडीह जैसे क्षेत्रों में स्वास्थ्यकर्मियों की टीम घर-घर जाकर लार्वा नष्ट करने और लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है।

मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (CMO) ने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच और इलाज की व्यवस्था की गई है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे घर के आसपास पानी जमा न होने दें, पूरी बांह के कपड़े पहनें और लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

क्या हैं डेंगू के लक्षण?

  • तेज बुखार

  • सिरदर्द

  • आंखों के पीछे दर्द

  • मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द

  • शरीर पर लाल चकत्ते

  • थकान और भूख न लगना

सावधानी ही सुरक्षा

डॉक्टरों और विशेषज्ञों का मानना है कि डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता सबसे जरूरी है। समय पर मच्छरों की रोकथाम और शुरुआती लक्षणों पर तुरंत चिकित्सा ही इस बीमारी से बचाव का सबसे असरदार तरीका है।

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