देवघर में साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़, तीन को न्यायिक हिरासत में भेजा गया, एक छूटा

देवघर साइबर थाना की विशेष टीम ने खुफिया सूचना के आधार पर जंगल में साइबर अपराधियों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने देवीपुर थाना क्षेत्र के पसरपुर गांव के समीप जंगल में छापेमारी कर इस मामले का खुलासा किया है। इस कार्रवाई में चार साइबर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय के निर्देश पर उनमें से तीन को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं एक अन्य आरोपी को न्यायालय से रिहा कर दिया गया।
फर्जी लिंक भेजकर कर रहे थे ठगी
घटना के बारे में बताया गया कि गिरफ्तार सभी आरोपी फर्जी सरकारी अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करते थे। फिर उनसे ठगी करते थे। इन पर फर्जी क्रेडिट कार्ड अधिकारी, बैंक प्रतिनिधि और कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोगों से केवाईसी अपडेट कराने, पीएम किसान योजना और एसबीआई क्रेडिट कार्ड से संबंधित फर्जी लिंक भेजकर साइबर ठगी करने का आरोप है।
साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज
इस संबंध में साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है, जिसमें मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के दुधानी निवासी फिरदौस अंसारी, पाथरोल थाना क्षेत्र के गोनिया निवासी पंकज कुमार दास, सारवां थाना क्षेत्र के चरघरा निवासी श्रीकांत दास और करौं थाना क्षेत्र के जांट निवासी मुन्ना कुमार दास को आरोपी बनाया गया है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने इन लोगों के पास से चार मोबाइल फोन, चार सिम कार्ड और दो मिरर सिम कार्ड जब्त किया है।
लाभ का लालच देकर फंसाया
इधर, देवघर के बैजनाथपुर निवासी एक युवक को अज्ञात आरोपी ने व्यवसाय में निवेश करने पर अच्छा लाभ दिलाने का लालच दिया। इसके बाद उससे 10 हजार रुपये ठग लिये। इस संबंध में पीड़ित ने गुरुवार को साइबर थाने में शिकायत दर्ज करायी।
बताया गया कि सोशल मीडिया साइट पर व्यवसाय में निवेश का विज्ञापन देखने के बाद पीड़ित ने जालसाजों से संपर्क किया। इसके बाद साइबर अपराधियों ने उसे अच्छे मुनाफे का लालच दिया और एक ग्रुप से जोड़ दिया। इसके बाद पीड़ित ने कई किस्तों में आरोपियों को 10 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। लेकिन उसे मुनाफे की रकम नहीं मिली। इसके बाद उसे शक हुआ कि उसके साथ ठगी हुई है, इसलिए वह साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा।