झारसुगुड़ा सरडेगा रनिंग रूम शराबकांड, चक्रधरपुर रेल मंडल ने दो रेलकर्मियों को किया निलंबित
चक्रधरपुर रेल मंडल के अंतर्गत झारसुगुड़ा के सरडेगा रनिंग रूम में सामने आए शराबखोरी कांड को लेकर रेलवे प्रशासन ने तत्काल सख्त कार्रवाई की है। मंडल रेल प्रशासन ने एक लोको पायलट दिवाकर कुमार और एक शंटर लोरे सिंह मुंडा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, झारसुगुड़ा के सरडेगा रनिंग रूम में ड्यूटी पर तैनात रहते हुए रेलकर्मियों द्वारा शराब का सेवन करने की पुष्टि हुई। यह गंभीर लापरवाही रेल सुरक्षा के नियमों और ड्यूटी के अनुशासन के खिलाफ मानी गई, जिससे न केवल रेल संचालन की विश्वसनीयता प्रभावित होती है बल्कि यात्रियों की जान जोखिम में पड़ सकती थी।
रेल प्रशासन ने घटना की प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करते हुए दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। मामले की विस्तृत जांच भी शुरू कर दी गई है।
प्रशासन सख्त रुख में
चक्रधरपुर मंडल प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि रेलवे में इस प्रकार की अनुशासनहीनता और सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले कर्मियों के खिलाफ "जीरो टॉलरेंस" की नीति अपनाई जाएगी। मंडल रेल प्रबंधक ने कहा, "रेल संचालन की जिम्मेदारी अत्यंत संवेदनशील है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"
अन्य कर्मियों की भी हो रही जांच
सूत्रों के मुताबिक, सरडेगा रनिंग रूम में उस दिन कई अन्य रेलकर्मी भी मौजूद थे, जिनकी भूमिका को लेकर जांच जारी है। यदि अन्य कर्मचारियों की भी इस मामले में संलिप्तता पाई जाती है, तो उनके खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
रनिंग रूम की निगरानी पर उठे सवाल
इस घटना के बाद रेलवे रनिंग रूम्स की व्यवस्था और निगरानी पर भी सवाल उठने लगे हैं। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि रनिंग रूम में नियमित निरीक्षण और सीसीटीवी निगरानी की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं को पहले ही रोका जा सके।

