हूल दिवस पर बुढ़ई में भाजपा की चौपाल, बाबूलाल मरांडी ने सिदो-कान्हू को किया नमन

हूल दिवस के अवसर पर सोमवार को प्रखंड के बुढ़ई शिव मंदिर प्रांगण में भाजपा द्वारा चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी विशेष रूप से शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत सिदो-कान्हू की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उनके बलिदान और वीरता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए की गई। इस दौरान स्थानीय कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों की बड़ी संख्या में मौजूदगी देखी गई।
बाबूलाल मरांडी ने किया संबोधन
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा,
"हूल आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का पहला जनविद्रोह था, जिसमें आदिवासी समाज ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ अपनी ताकत दिखाई थी। सिदो-कान्हू और उनके साथियों ने जो बलिदान दिया, वह इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है।"
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार आदिवासी समाज के विकास को प्राथमिकता दे रही है। झारखंड में भी भाजपा सरकार के समय वन अधिकार, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार से जुड़े अनेक योजनाओं को लागू किया गया, जिसका लाभ आज तक आदिवासी समाज को मिल रहा है।
चौपाल के माध्यम से ग्रामीणों से संवाद
इस चौपाल कार्यक्रम के जरिए बाबूलाल मरांडी ने स्थानीय ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और भरोसा दिलाया कि भाजपा उनकी हर समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने क्षेत्र के विकास से संबंधित कई मुद्दों जैसे सड़क, बिजली, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा व्यवस्था पर भी बातचीत की और आगामी योजनाओं की जानकारी दी।
कार्यक्रम में शामिल हुए अन्य नेता
इस अवसर पर भाजपा के कई जिला और मंडल स्तर के पदाधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और स्थानीय ग्रामीण नेता भी उपस्थित रहे। सभी ने सिदो-कान्हू के आदर्शों को अपनाने और उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित
चौपाल के दौरान स्थानीय सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा हूल आंदोलन पर आधारित गीत और नृत्य प्रस्तुत किए गए, जिससे माहौल भावनात्मक और प्रेरणादायक बन गया।