झारखंड के जमशेदपुर में बाइकर्स गैंग का पर्दाफाश, 10 गिरफ्तार, लूटपाट की घटनाओं का खुलासा

झारखंड के जमशेदपुर में पुलिस ने एक बाइकर्स गैंग का पर्दाफाश किया है, जो सोशल मीडिया पर 'स्मार्टी नाइटराइडर' नाम से ग्रुप चलाता था और विभिन्न करतबों के रील बनाकर सुर्खियों में रहता था। यह गैंग लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देता था और इलाके में आतंक फैला रखा था। पुलिस ने इस गैंग के 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से एक देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस, एक मोबाइल फोन, एक कार और एक मोटरसाइकिल बरामद की है।
सोशल मीडिया पर करतब और अपराधों का राज
'स्मार्टी नाइटराइडर' नाम से सोशल मीडिया पर सक्रिय इस गैंग के सदस्य बाइक पर करतब दिखाते हुए वीडियो बनाते थे, जिसे वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पोस्ट करते थे। इन करतबों के माध्यम से वे खुद को एक आकर्षक और साहसी बाइकर्स के रूप में प्रस्तुत करते थे। हालांकि, इनकी असली गतिविधियां अपराध से जुड़ी हुई थीं, और इस गैंग ने जमशेदपुर में कई लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दिया था।
गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस ने इस गैंग की गतिविधियों की गहरी छानबीन की और अंततः 10 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उनके पास से एक देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस, एक मोबाइल फोन, एक कार और एक मोटरसाइकिल भी मिली। पुलिस द्वारा यह बरामदगी गैंग की आपराधिक गतिविधियों को लेकर महत्वपूर्ण सबूत मानी जा रही है।
पुलिस का बयान
झारखंड पुलिस ने बताया कि यह गैंग न केवल बाइकर्स के करतब दिखाकर खुद को सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध करता था, बल्कि इसका इस्तेमाल वे अपनी लूटपाट की घटनाओं को छिपाने के लिए करते थे। पुलिस ने इस गैंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की योजना बनाई है और इस गिरफ्तारी के बाद अन्य संभावित अपराधियों की तलाश शुरू कर दी है।
आगे की जांच और कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी अब कोर्ट में पेश किए जाएंगे, और उनसे पूछताछ की जाएगी ताकि इस गैंग के और सदस्य और उनके द्वारा की गई लूटपाट की घटनाओं का खुलासा किया जा सके। पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और यह उम्मीद कर रही है कि इन गिरफ्तारियों से कई और अपराधों का पर्दाफाश हो सकता है।
समाज पर असर
इस गैंग के पर्दाफाश के बाद जमशेदपुर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा की स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। पुलिस ने इस घटना के बाद समाज को यह संदेश दिया है कि अपराधियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे सोशल मीडिया पर कितना भी लोकप्रिय क्यों न हों।