मंईयां सम्मान योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा, युवक महिला के नाम पर लेता रहा योजना का लाभ

झारखंड सरकार की महिलाओं के सशक्तिकरण के उद्देश्य से चलाई जा रही 'मंईयां सम्मान योजना' में एक बार फिर फर्जीवाड़े का बड़ा मामला सामने आया है। इस बार यह मामला पलामू जिले के पांकी प्रखंड से आया है, जहां एक युवक ने महिला के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए योजना का लाभ उठाया।
जानकारी के मुताबिक, संबंधित युवक पिछले कई महीनों से महिला बनकर योजना की राशि प्राप्त कर रहा था। जैसे ही स्थानीय प्रशासन को संदेह हुआ, जांच के बाद पूरा मामला सामने आ गया।
क्या है 'मंईयां सम्मान योजना'?
झारखंड सरकार की इस योजना के तहत गरीब, विधवा, परित्यक्ता और असहाय महिलाओं को वित्तीय सहायता दी जाती है ताकि वे स्वावलंबी बन सकें और सम्मान के साथ जीवन यापन कर सकें। इस योजना में आवेदनकर्ता को पहचान पत्र, आय प्रमाण पत्र और आधार कार्ड जैसी जरूरी दस्तावेज जमा करने होते हैं।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
पांकी प्रखंड के इस युवक ने एक महिला के नाम पर जाली दस्तावेज तैयार कर आवेदन किया, और योजना की वित्तीय सहायता राशि को अपने खाते में ट्रांसफर कराता रहा। योजना के तहत मिलने वाली हर किस्त को वह निकालकर इस्तेमाल करता रहा, लेकिन हाल ही में जब डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के दौरान उस महिला के पते और अस्तित्व पर सवाल उठे, तब मामला संदेह के घेरे में आ गया।
जांच में हुआ खुलासा
प्रखंड कार्यालय द्वारा दस्तावेजों की गहन जांच के बाद सामने आया कि महिला के नाम पर दर्ज व्यक्ति वास्तव में एक पुरुष है और उसने यह पूरा फर्जीवाड़ा धोखे से योजना की राशि हासिल करने के लिए रचा। मामले की पुष्टि होते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी ने उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी है।
प्रशासन की कार्रवाई
प्रशासन ने आरोपी युवक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। साथ ही, योजना से जुड़े अन्य लाभार्थियों की भी पुनः जांच कराने की बात कही जा रही है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
गौरतलब है कि मंईयां सम्मान योजना में पहले भी कई जिलों से फर्जी लाभार्थियों की शिकायतें सामने आ चुकी हैं। कई जगहों पर महिलाओं के नाम पर फर्जी अकाउंट खोलकर योजना की राशि निकाली गई, जिससे सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना की साख पर सवाल उठे हैं।