झारखंड के धनबाद जिले से एक बार फिर अवैध कोयला खनन से जुड़ी दर्दनाक खबर सामने आई है। जिले के बाघमारा थाना क्षेत्र अंतर्गत जमुनिया इलाके में अवैध खनन के दौरान चाल धंसने से बड़ा हादसा हो गया, जिसमें अब तक 9 मजदूरों की मौत हो चुकी है। हादसे के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है, जबकि प्रशासन और राहत दल मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को तड़के जमुनिया इलाके में कुछ मजदूर अवैध रूप से कोयला निकालने के लिए खदान में उतरे थे। खनन के दौरान खदान की चाल अचानक धंस गई और कई मजदूर उसके नीचे दब गए। स्थानीय लोगों ने जब हादसे की आवाजें सुनीं, तो तुरंत प्रशासन को सूचना दी गई। मौके पर पुलिस और बचाव दल पहुंचा और राहत कार्य शुरू किया गया। लेकिन तब तक नौ मजदूरों की जान जा चुकी थी।
फिलहाल मारे गए मजदूरों की पहचान नहीं हो सकी है। शवों को निकालने का कार्य जारी है और खदान में अब भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। इस हादसे के बाद क्षेत्र में कोहराम मच गया है और मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में अवैध खनन का कार्य लंबे समय से चल रहा था, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की। वे लगातार इस खनन के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं, लेकिन हर बार शिकायतें अनसुनी कर दी गईं।
घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के अधिकारी, पुलिस बल और बीसीसीएल के अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं और कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
धनबाद को देश की कोयला राजधानी कहा जाता है, लेकिन यहां अवैध खनन का जाल सालों से फैला हुआ है। ऐसी घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं, जहां कई मजदूरों की जानें गई हैं। बावजूद इसके, प्रशासन और संबंधित कंपनियों की ओर से ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
इस हादसे ने एक बार फिर अवैध खनन की भयावह सच्चाई को उजागर कर दिया है। अब देखना यह है कि इस त्रासदी के बाद प्रशासन नींद से कब जागता है और अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए क्या ठोस कदम उठाता है।

