Samachar Nama
×

ज्वेलर्स दुकान के बाहर दिनदहाड़े फायरिंग करने वाले 8 अपराधी गिरफ्तार, शहर में निकाली गई परेड

ज्वेलर्स दुकान के बाहर दिनदहाड़े फायरिंग करने वाले 8 अपराधी गिरफ्तार, शहर में निकाली गई परेड

शहर के बीचोंबीच स्थित श्री ज्वेलर्स दुकान के बाहर हुई दिनदहाड़े फायरिंग मामले में हजारीबाग पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने इस सनसनीखेज कांड को अंजाम देने वाले अपराधियों के एक पूरे गिरोह को गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह के आठ अपराधियों को पकड़ा गया है, जिन्हें पुलिस ने सड़क पर परेड कराते हुए पूरे शहर में घुमाया।

अपराधियों के मनोबल पर सर्जिकल स्ट्राइक

हजारीबाग पुलिस की इस कार्रवाई को अपराधियों के बढ़ते मनोबल पर सीधा वार माना जा रहा है। पुलिस ने न सिर्फ आरोपियों को पकड़ने में तेजी दिखाई, बल्कि उन्हें जनता के सामने परेड कराकर यह स्पष्ट संदेश भी दिया कि कानून से कोई नहीं बच सकता।

इस दौरान आरोपियों के चेहरे बेनकाब कर दिए गए, और हथकड़ी लगाए गए अपराधियों को सड़कों पर ले जाकर जनता को यह भरोसा दिलाया गया कि उनकी सुरक्षा पुलिस की प्राथमिकता है।

फायरिंग से दहशत में था शहर

गौरतलब है कि बीते दिनों हजारीबाग शहर के बिजी कमर्शियल एरिया में स्थित श्री ज्वेलर्स की दुकान के बाहर दिनदहाड़े फायरिंग हुई थी, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी। फायरिंग की इस वारदात ने शहर में दहशत का माहौल बना दिया था। घटना के बाद से ही पुलिस लगातार सीसीटीवी फुटेज, टेक्निकल सर्विलांस और खुफिया तंत्र की मदद से आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी।

कौन हैं गिरफ्तार आरोपी?

पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार अपराधी स्थानीय और बाहरी जिलों से ताल्लुक रखने वाले शातिर बदमाश हैं, जिनका आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है। पुलिस को इनके पास से हथियार, मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन और घटना में प्रयुक्त अन्य सामग्रियां भी बरामद हुई हैं। कई आरोपियों पर पहले से लूट, रंगदारी और हत्या के प्रयास के मामले दर्ज हैं।

एसपी का बयान

इस मामले पर हजारीबाग एसपी ने बताया कि यह कार्रवाई अपराध पर कड़ा नियंत्रण करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि,
"हम अपराधियों के साथ किसी भी तरह की नरमी नहीं बरतेंगे। जनता को भरोसा दिलाना हमारा कर्तव्य है और इस तरह की सख्ती आगे भी जारी रहेगी।"

आम जनता ने की पुलिस की सराहना

शहरवासियों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। लोग कहते हैं कि अपराधियों को इस तरह सड़क पर लाकर घुमाना एक मनोवैज्ञानिक दबाव पैदा करता है, जिससे अपराध करने वालों में भय पैदा होता है। साथ ही, जनता को भी विश्वास मिलता है कि पुलिस उनके साथ है।

Share this story

Tags