झारखंड सरकार ने गुरुवार को 30 आईपीएस अधिकारियों का बड़ा फेरबदल किया है। इस आदेश के तहत कई अधिकारियों की नई जिम्मेदारी और स्थानांतरण किया गया है। सरकार ने इस कदम को प्रशासनिक दक्षता और पुलिस विभाग में सुचारु कार्यप्रणाली सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया है।
इस फेरबदल में सबसे बड़ी खबर डीजीपी अनुराग गुप्ता से आई। उन्हें एसीबी (अंटी करप्शन ब्यूरो) और सीआईडी (क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट) का प्रभार वापस ले लिया गया है। इसके बाद उनके कार्यभार को पुनर्वितरित किया गया।
सरकार ने प्रशांत सिंह को डीजी मुख्यालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। वहीं, प्रिया दुबे अब एसीबी की एडीजी के रूप में तैनात होंगी। इस फैसले के तहत एसीबी में चंदन कुमार सिंह को डीआईजी बनाया गया है। इसके अलावा, राकेश रंजन को रांची का नया एसएसपी नियुक्त किया गया है।
अधिकारियों का कहना है कि इस फेरबदल का मकसद पुलिस विभाग की कार्यक्षमता बढ़ाना, जवाबदेही सुनिश्चित करना और बेहतर निगरानी प्रणाली लागू करना है। इस ताजा आदेश के बाद पुलिस विभाग के विभिन्न प्रमुख पदों पर नई जिम्मेदारियों का बंटवारा हो गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के प्रशासनिक फेरबदल से पुलिस संचालन और जांच कार्यों में गति आएगी। नई तैनातियां और जिम्मेदारियां अधिकारियों को अपने कार्यक्षेत्र में नई चुनौतियों का सामना करने का अवसर देंगी।
फेरबदल के बाद रांची और अन्य जिलों में पुलिस कार्यों की प्रभावी निगरानी और अपराध नियंत्रण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि नए एसएसपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के प्रयास से जनता की सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के क्षेत्र में सुधार होगा।
सरकार ने इस प्रक्रिया को पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनाए रखने पर जोर दिया है। अधिकारियों ने सभी प्रभावित अधिकारियों से अपेक्षा जताई है कि वे नई जिम्मेदारियों का प्रभावी ढंग से निर्वहन करें और विभाग की कार्यप्रणाली को और मजबूत बनाएं।
कुल मिलाकर, झारखंड सरकार के इस बड़े फेरबदल ने पुलिस विभाग में नई ऊर्जा और कार्यकुशलता का माहौल बनाया है। इससे राज्य में कानून व्यवस्था और प्रशासनिक संतुलन मजबूत होने की उम्मीद जताई जा रही है।

