एसईआर क्षेत्र में बिछाई जाएंगी 12 नई रेल लाइनें, 5 हैं स्पेशल प्रोजेक्ट, जानिए डिटेल

रेलवे बोर्ड द्वारा दक्षिण पूर्व रेलवे जोन में 12 नई रेल लाइनों को मंजूरी दी गई है, जिनमें से पांच को विशेष रेलवे परियोजना घोषित किया गया है। जमशेदपुर निवासी शशांक शेखर स्वाई द्वारा सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत यह जानकारी मांगी गई थी, जिसके बाद प्रथम अपीलीय अधिकारी द्वारा विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2028 से 2030 तक विभिन्न नए खंडों में रेल लाइनें बिछाई जाएंगी, जिससे न केवल यातायात का दबाव कम होगा, बल्कि यात्री सुविधा भी बढ़ेगी।
इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन से हावड़ा-मुंबई और हावड़ा-चेन्नई जैसे व्यस्ततम मार्गों पर यातायात का भार कम होगा और क्षेत्रीय संपर्क में सुधार होगा।
प्रमुख स्वीकृत रेल लाइनें:
संतरागाछी-पसकुरा (चौथी लाइन): अंतिम स्थान सर्वेक्षण और डीपीआर तैयार, पीईसी बैठकें हो चुकी हैं।
खड़गपुर-टाटानगर (चौथी लाइन): डीपीआर तैयार, रेलवे बोर्ड ने बागडीही तक एकल डीपीआर बनाने का निर्देश दिया।
टाटानगर-राउरकेला (चौथी लाइन): आदित्यपुर, राजखरसावां, बंदमुंडा सेक्शन शामिल; डीपीआर भेजा गया।
राउरकेला-बागडीही (चौथी लाइन): अंतिम सर्वेक्षण और डीपीआर पूरा हुआ।
बागडीही-झारसुगुड़ा (चौथी लाइन): टेंडर प्रक्रिया पूरी हुई, श्री बालाजी इंजीनियरिंग लिमिटेड को काम सौंपा गया।
विशेष रेलवे परियोजनाएं:
सिल्ली-इलू बाईपास: टेंडर प्रक्रिया पूरी हुई, मार्च 2027 तक काम पूरा करने का लक्ष्य।
बादामपहाड़-केंदुजारग्राम: भूमि अधिग्रहण और टेंडर प्रक्रिया जारी।
गोरुमोहिसानी-बंगरपोशी: एल-सेक्शन को अंतिम रूप दिया गया, भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया जारी।
चाकुलिया-बुदमरा: जांच के बाद विशेष परियोजना की घोषणा, भूमि अधिग्रहण जारी।
जलेश्वर-चंद्रेश्वर: विभिन्न स्तरों पर बैठकें पूरी हुईं, संशोधित पीपीटी और लागत विवरण रेलवे बोर्ड को सौंपा गया।
अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाएँ: नीमपुरा-खड़गपुर (तीसरी लाइन, 6.41 किमी): अनुमानित लागत ₹157.86 करोड़। नई तीसरी लाइन का निर्माण इसलिए किया जा रहा है क्योंकि हावड़ा-मुंबई और हावड़ा-चेन्नई मार्गों पर सबसे अधिक यातायात होता है।