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सेना का ‘ऑपरेशन अखल’ बना आतंकियों का काल! जम्मू-कश्मीर में 3 और ढेर, इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज

सेना का ‘ऑपरेशन अखल’ बना आतंकियों का काल! जम्मू-कश्मीर में 3 और ढेर, इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज​​​​​​​

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम ज़िले में आतंकवादियों के ख़िलाफ़ चलाए जा रहे 'ऑपरेशन अखल' का आज तीसरा दिन है। कुलगाम के वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच अभी भी गोलीबारी जारी है। इस ऑपरेशन में अब तक दो आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि एक अन्य आतंकवादी घायल हुआ है। इस मुठभेड़ में एक जवान भी घायल हुआ है। माना जा रहा है कि ये आतंकवादी चार से पाँच सदस्यों वाले समूह के सदस्य थे।

खुफिया जानकारी के बाद शुरू हुआ 'ऑपरेशन अखल'

'ऑपरेशन अखल' तब शुरू हुआ जब सुरक्षा बलों को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम ज़िले के अखल वन क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली। खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को इलाके की घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया। उसी दिन शाम को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच शुरुआती गोलीबारी के बाद, रात में ऑपरेशन रोक दिया गया। शनिवार सुबह फिर से गोलीबारी शुरू हुई, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकवादियों में से एक की पहचान पुलवामा के राजपोरा निवासी हारिस नज़ीर डार के रूप में हुई है।

'ऑपरेशन महादेव' में पुलवामा के अपराधी ढेर

हाल ही में, सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में 'ऑपरेशन महादेव' चलाया था। इस अभियान के तहत, पहलगाम आतंकी हमले में शामिल तीन आतंकवादी, सुलेमान उर्फ फैसल जाट, जिबरान और हमजा अफगानी भी मारे गए। सरकार ने कहा कि ये आतंकवादी पुलवामा में 26 निर्दोष लोगों की हत्या के दोषी थे।

जानकारी के अनुसार, पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों ने हुआवेई सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल किया था। हालाँकि, हमले के बाद से इस उपकरण का इस्तेमाल नहीं किया गया है। फोन पर नज़र रखने वाली खुफिया एजेंसियों ने पाया कि दो दिन पहले इस उपकरण से एक कॉल की गई थी और उपकरण की लोकेशन दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान के काफी अंदर पाई गई थी। इसके बाद ही तलाशी अभियान शुरू किया गया जो सफल रहा।

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