Samachar Nama
×

प्रधानमंत्री मोदी ने चेनाब पुल पर तिरंगा लहराया, पहलगाम की साजिश रचने वालों को करारा जवाब

कटरा, 6 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चेनाब ब्रिज का उद्घाटन किया और इस अभूतपूर्व परियोजना को संभव बनाने वाले इंजीनियरों और निर्माण श्रमिकों की पीठ थपथपाई।
प्रधानमंत्री मोदी ने चेनाब पुल पर तिरंगा लहराया, पहलगाम की साजिश रचने वालों को करारा जवाब

कटरा, 6 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चेनाब ब्रिज का उद्घाटन किया और इस अभूतपूर्व परियोजना को संभव बनाने वाले इंजीनियरों और निर्माण श्रमिकों की पीठ थपथपाई।

22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी 48,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का शुभारंभ करने वाले हैं। हालांकि, परियोजनाओं के शुभारंभ के बीच जिस पल ने सभी का ध्यान खींचा, वह था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दुनिया के सबसे ऊंचे पुल पर राष्ट्रीय ध्वज लहराना।

इंजीनियरिंग के इस चमत्कार का उद्घाटन करने के तुरंत बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने चेनाब नदी के ऊपर बने पुल पर सैर की और देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत होकर गर्व से तिरंगा लहराया।

प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम पहलगाम हमले के षड्यंत्रकारियों को करारा जवाब देने के साथ-साथ पाकिस्तान के लिए भी कड़ा संदेश था। साथ ही घाटी में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए सरकार के दृढ़ संकल्प को भी इससे बल मिलेगा। पहलगाम में कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले के बाद घाटी में पर्यटन को भी झटका लगा था।

चिनाब पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है, जो कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगा और सभी मौसम में संपर्क सुनिश्चित करेगा। यह भूकंप और सर्दियों के दौरान सबसे न्यूनतम तापमान को भी झेल सकता है, जब पारा शून्य से नीचे चला जाता है।

चिनाब रेलवे पुल के उद्घाटन के बाद, पीएम मोदी ने एक फोटो प्रदर्शनी भी देखी, जिसमें पुल के निर्माण के दौरान आने वाली तकनीकी कठिनाइयों को प्रदर्शित किया गया था। उन्होंने इंजीनियरों और श्रमिकों के साथ भी बातचीत की, जिन्होंने मौसम और स्थानीय बाधाओं को पार करते हुए 359 मीटर ऊंचे दुनिया के सबसे ऊंचे पुल के काम को पूरा किया, जो पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है। चिनाब ब्रिज को एक वास्तुशिल्प चमत्कार के रूप में सराहा जाता है, जो नदी से 359 मीटर ऊपर खड़ा है।

--आईएएनएस

जीकेटी/

Share this story

Tags