हिमाचल में बारिश का सिलसिला जारी: जुब्बड़हट्टी में सबसे अधिक 56 मिमी वर्षा दर्ज
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश का दौर लगातार जारी है। राज्य के मध्यवर्ती और निचले क्षेत्रों में तेज वर्षा ने जहां मौसम को सुहावना बना दिया है, वहीं भूस्खलन और जलभराव जैसी समस्याएं भी सामने आने लगी हैं।
बीते 24 घंटों के दौरान मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जुब्बड़हट्टी में सर्वाधिक 56.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। इसके अलावा काहू में 39.5 मिमी, बिलासपुर में 30.8 मिमी, स्लापड़ में 30.1 मिमी, कसौली में 28.0 मिमी, धर्मपुर में 24.2 मिमी, कुफरी में 23.0 मिमी, बग्गी में 22.8 मिमी, मुरारी देवी में 21.8 मिमी, पच्छाद में 19.1 मिमी, करसोग में 19.0 मिमी, शिमला में 18.8 मिमी और जोत में 17.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
बारिश से राहत भी, परेशानी भी
बारिश के चलते तापमान में गिरावट आई है और भीषण गर्मी से राहत मिली है, लेकिन दूसरी ओर भूस्खलन और जलभराव ने लोगों की परेशानी भी बढ़ा दी है। कई स्थानों पर सड़कें बंद होने और यातायात प्रभावित होने की खबरें भी सामने आई हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, कुछ इलाकों में स्थानीय प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा गया है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां लैंडस्लाइड की आशंका अधिक रहती है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 48 घंटों के लिए अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने लोगों को पहाड़ी क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
प्रशासन की तैयारियां
प्रशासन द्वारा आपातकालीन कंट्रोल रूम सक्रिय किए गए हैं और एनडीआरएफ तथा स्थानीय रेस्क्यू टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। कई जिलों में स्कूलों में छुट्टी की घोषणा भी की जा सकती है यदि बारिश का स्तर और बढ़ता है।
किसानों के लिए वरदान
वहीं, किसानों के लिए यह बारिश संजीवनी साबित हो रही है। बारिश से खेतों में पानी की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है, जिससे धान और अन्य खरीफ फसलों की बुवाई में तेजी आई है।

