हिमाचल के बलिदानी नायक पुष्पेंद्र नेगी को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई, पत्नी ने सैल्यूट कर कहा- आपके नाम के साथ ही जिउंगी
वीरभूमि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले की सांगला तहसील गुरुवार को देश के लिए बलिदान देने वाले अपने लाल को अंतिम विदाई देने के लिए उमड़ पड़ी। थैमगारंग पंचायत के रहने वाले नायक पुष्पेंद्र नेगी का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद नायक पुष्पेंद्र की पार्थिव देह जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंची, माहौल गमगीन हो गया। चारों ओर "भारत माता की जय" और "वीर पुष्पेंद्र अमर रहें" के नारों से वातावरण गूंज उठा।
सेना की टुकड़ी ने पुष्पेंद्र को अंतिम सलामी दी। इस दौरान स्थानीय प्रशासन, पंचायत प्रतिनिधि, जिला सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारी, सेना के जवानों के साथ बड़ी संख्या में आम लोग भी मौजूद रहे। पूरे सम्मान के साथ पुष्पेंद्र की अंतिम यात्रा निकाली गई और गांव के श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार हुआ।
शहीद की पत्नी कीर्ति नेगी ने अपने पति को सलामी देकर विदाई दी। उन्होंने कहा, “मैं हमेशा आपके नाम के साथ ही जिउंगी, अपने साथ किसी और का नाम नहीं जोड़ूंगी।” इस मार्मिक पल ने हर किसी की आंखें नम कर दीं।
पुष्पेंद्र भारतीय सेना की एक अग्रिम पोस्टिंग पर तैनात थे, जहां हाल ही में एक ऑपरेशन के दौरान वह शहीद हो गए। उनके निधन की सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई थी। पुष्पेंद्र अपने पीछे पत्नी, छोटे बच्चे और माता-पिता को छोड़ गए हैं।
स्थानीय लोगों ने सरकार से शहीद परिवार को जल्द मुआवजा और सहायता राशि प्रदान करने की मांग की है। साथ ही बलिदानी पुष्पेंद्र के नाम पर गांव में कोई स्मारक या संस्था शुरू करने की भी अपील की गई है, ताकि युवाओं को प्रेरणा मिल सके।
हिमाचल प्रदेश, खासकर किन्नौर और सांगला जैसे दुर्गम क्षेत्रों से देश की सेवा में कई वीर जवान सदैव आगे रहते हैं। पुष्पेंद्र नेगी का यह बलिदान प्रदेश ही नहीं, पूरे देश के लिए गौरव की बात है।

