लंबे मंथन के बाद हिमाचल सरकार ने 1988 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजय गुप्ता को मुख्य सचिव का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। यह कदम मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा वरिष्ठता को महत्व देते हुए उठाया गया है।
संजय गुप्ता की नियुक्ति
मुख्यमंत्री सुक्खू ने संजय गुप्ता को नौकरशाही की बागडोर सौंपकर उन्हें वरिष्ठता के आधार पर मुख्य सचिव का अतिरिक्त कार्यभार दिया। संजय गुप्ता पहले से ही मुख्य सचिव पद के दावेदार रहे हैं और प्रशासनिक अनुभव के लिहाज से उन्हें महत्वपूर्ण माना जाता है।
पिछली नियुक्तियों और सेवानिवृत्ति
इससे पहले आरडी धीमान और प्रबोध सक्सेना को मुख्य सचिव बनाया गया था। हाल ही में प्रबोध सक्सेना की सेवानिवृत्ति के चलते मुख्य सचिव पद को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थीं।
सरकारी अधिसूचना और कार्यभार संभालना
सरकार की ओर से अधिसूचना जारी होने के तुरंत बाद, बुधवार शाम को संजय गुप्ता ने मुख्य सचिव का कार्यभार संभाल लिया। उनकी नियुक्ति से प्रशासनिक कार्यों में संगठन और वरिष्ठता का महत्व फिर से स्पष्ट हो गया है।
पूर्व संकेत और मीडिया रिपोर्ट
इससे पहले अमर उजाला ने 26 सितंबर को छत्तीसगढ़ की तर्ज पर यह खुलासा किया था कि हिमाचल प्रदेश में भी कार्यवाहक मुख्य सचिव की नियुक्ति होने वाली है। इस रिपोर्ट ने प्रशासनिक गलियारों में सवालों और चर्चाओं को जन्म दिया था।
संजय गुप्ता का प्रशासनिक अनुभव
संजय गुप्ता के पास लंबा प्रशासनिक अनुभव है और वे विभिन्न विभागों में कार्य कर चुके हैं। उनकी नियुक्ति से यह उम्मीद जताई जा रही है कि राज्य सरकार की नीतियों और प्रशासनिक फैसलों में स्थिरता और दक्षता आएगी।

