हिमाचल प्रदेश के मंडी में भारी बारिश और बादल फटने से तबाही, पंडोह डैम से छोड़ा गया पानी, स्कूल-कॉलेज बंद, 1 की मौत, 7 लापता
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। कल रात से जारी तेज बारिश के चलते पहाड़ी इलाकों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। जलभराव, भूस्खलन और नदियों का उफान आम जनता के लिए भारी मुसीबत बनकर सामने आया है। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है और राहत-बचाव कार्य जारी है।
अधिकारियों के अनुसार, आज सुबह मंडी जिले में भारी बारिश के कारण दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य के लापता होने की सूचना है। ये घटनाएं जिले के विभिन्न क्षेत्रों में हुईं, जहां भारी बारिश के कारण मकानों की दीवारें ढह गईं और अचानक आई बाढ़ में लोग बह गए। मृतकों की पहचान स्थानीय ग्रामीणों के रूप में की गई है। लापता लोगों की तलाश के लिए एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं।
मंडी के एसपी (पुलिस अधीक्षक) ने जानकारी दी कि बीती रात से जिले में रिकॉर्ड स्तर की बारिश दर्ज की गई है, जिससे नदी-नाले उफान पर हैं। कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आईं, जिससे हाईवे और संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं। मंडी-कुल्लू नेशनल हाईवे पर कई स्थानों पर मलबा आने से यातायात ठप है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और पहाड़ी ढलानों के आसपास न जाएं।
बारिश के कारण कई गांवों का संपर्क मुख्य शहर से कट गया है। कुछ क्षेत्रों में बिजली और मोबाइल नेटवर्क सेवा भी ठप हो चुकी है, जिससे लोगों को राहत कार्यों में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों को एहतियात के तौर पर बंद रखने का निर्णय लिया है। साथ ही, राहत शिविर भी स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि प्रभावित लोगों को अस्थाई ठिकाना और भोजन मुहैया कराया जा सके।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटे तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि मानसून हिमाचल में पूरी सक्रियता के साथ बना हुआ है, जिससे आने वाले समय में और अधिक बारिश की संभावना है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हादसे पर दुख जताया है और पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राहत और बचाव कार्य में कोई कोताही न बरती जाए और स्थिति पर लगातार नजर रखी जाए।
फिलहाल मंडी और आसपास के क्षेत्रों में भय और चिंता का माहौल बना हुआ है। लोग सरकार और प्रशासन से लगातार मदद की उम्मीद लगाए हुए हैं। मौसम की मार से जूझ रहे हिमाचल में अब सभी की निगाहें आसमान पर टिकी हैं।

