हमीरपुर में 23 साल की विवाहिता की मौत, मायका पक्ष का आरोप ससुराल में किया जाता था प्रताड़ित
हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर में एक 23 वर्षीय महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। यह घटना थाना भोरंज क्षेत्र की बताई जा रही है। महिला की मौत की सूचना मिलते ही मायका पक्ष में कोहराम मच गया और परिजनों ने मेडिकल कॉलेज हमीरपुर पहुंचकर जमकर हंगामा किया। मायका पक्ष ने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, महिला की शादी कुछ समय पहले हुई थी और वह अपने ससुराल में रह रही थी। अचानक उसकी मौत की खबर मिलने पर मायके से परिजन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर पहुंचे, जहां शव रखा गया था। यहां उन्होंने अस्पताल प्रशासन और पुलिस के सामने विरोध जताया और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
मायका पक्ष का आरोप है कि उनकी बेटी को ससुराल पक्ष की ओर से लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था। परिजनों का कहना है कि महिला ने कई बार अपने साथ हो रही प्रताड़ना की जानकारी दी थी, लेकिन हर बार समझौते और सामाजिक दबाव के चलते मामला दबा दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि इसी प्रताड़ना के चलते महिला की जान गई है।
परिजनों ने यह भी कहा कि उन्हें बेटी की मौत को लेकर संदेह है और यह केवल सामान्य मौत नहीं हो सकती। उनका कहना है कि ससुराल पक्ष ने पहले भी महिला के साथ दुर्व्यवहार किया था, जिसकी जानकारी रिश्तेदारों को दी गई थी। मायका पक्ष ने मांग की है कि ससुराल के सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और हत्या जैसी धाराओं में मामला दर्ज किया जाए।
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को संभाला। थाना भोरंज पुलिस ने बताया कि मामले में मर्ग दर्ज कर लिया गया है और सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो पाएगा।
मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में कुछ समय तक तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। मायका पक्ष ने शव लेने से इनकार करते हुए पहले कार्रवाई की मांग की। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने परिजनों को समझाइश दी और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया, जिसके बाद स्थिति कुछ हद तक शांत हुई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ससुराल पक्ष से भी पूछताछ की जा रही है और महिला के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड, पारिवारिक पृष्ठभूमि और हालिया घटनाक्रम की जांच की जा रही है। यदि जांच में उत्पीड़न या किसी प्रकार की आपराधिक लापरवाही सामने आती है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना एक बार फिर विवाहिता महिलाओं की सुरक्षा और घरेलू उत्पीड़न जैसे गंभीर मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित करती है। सामाजिक संगठनों ने भी इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा देने की मांग की है।

