राहुल गांधी ने लेफ्टिनेंट नरवाल के परिवार से मुलाकात की, पहलगाम पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को करनाल में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के घर जाकर उनके निधन पर शोक जताया। लेफ्टिनेंट नरवाल पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों में शामिल थे। गांधी करीब 90 मिनट तक परिवार के साथ रहे। हालांकि मीडिया को अंदर जाने की इजाजत नहीं थी। जब राहुल ने परिवार से मुलाकात की, तो सभी कांग्रेस नेता बाहर ही रहे। मुलाकात के बाद राहुल ने मीडिया से बात नहीं की, लेकिन एक्स पर अपनी संवेदना व्यक्त की और राष्ट्रीय एकता तथा पीड़ितों के लिए न्याय की जरूरत पर जोर दिया। गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया, "मैंने पहलगाम हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल जी के शोकाकुल परिवार से मुलाकात की और उनका दुख साझा किया तथा उन्हें सांत्वना दी।" उन्होंने शहीद के परिवार की ताकत की सराहना करते हुए कहा, "दुख की इस घड़ी में भी उनका साहस और बहादुरी देश के लिए एक संदेश है- हमें एकजुट रहना है।" उन्होंने कहा, "पूरा देश शहीदों के परिवारों के साथ खड़ा है।" गांधी ने दोहराया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में विपक्ष पूरी तरह से सरकार के साथ है। विपक्ष सरकार का पूरा समर्थन करता है। दोषियों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि कोई भी भारत की तरफ आंख उठाकर देखने की हिम्मत न कर सके। उन्होंने आतंकी हमले के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की और कहा, आज पीड़ित परिवारों के साथ-साथ पूरा देश न्याय का इंतजार कर रहा है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद, सह प्रभारी प्रफुल्ल विनोद राव, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा और पूर्व विधायक सुमिता सिंह भी वहां मौजूद थे।