
हरियाणा के रेवाड़ी जिले में 31 मई को कालाका नहर के पास एक शव मिला था। पुलिस को शव के स्थान और मृतक के गांव के बीच सड़क पर खून के धब्बे भी मिले थे। शव की पहचान संगवाड़ी गांव निवासी लाल सिंह के रूप में हुई थी। हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई थी।
मृतक के भाई ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। अब पुलिस ने इस हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने खुलासा किया है कि लाल सिंह की हत्या उसके दो बेटों ने ही की थी। यानी पिता की मौत का गम मना रहे बेटे ही अपने पिता के हत्यारे निकले। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मृतक लाल सिंह के बेटे मोहित और उसके साथी पवन खुसवाह के रूप में हुई है। पवन खुसवाह मूल रूप से मथुरा का रहने वाला है और फिलहाल बनीपुर चौक के पास किराए पर रह रहा था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया है। जांच में पता चला कि दोनों बेटों ने अपने तीसरे साथी पवन कुशवाह के साथ मिलकर पिता की हत्या की। लाल सिंह के सिर पर लोहे की मूसली (सुईनुमा हथियार) से वार कर हत्या की गई। इसके बाद शव को बाइक पर रखा गया। इसके बाद शव को कालका नहर के पास फेंक दिया गया।
इस वजह से की हत्या
इस मामले में तीसरा आरोपी लाल सिंह का बेटा रोहित पहले से ही आर्म्स एक्ट के मामले में न्यायिक हिरासत में है। पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ करेगी। पुलिस पूछताछ में मोहित ने बताया कि उसने पारिवारिक जमीन विवाद में अपने भाई रोहित और दोस्त पवन कुशवाह के साथ मिलकर पिता की हत्या की है।