जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन महादेव: पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड हाशिम मूसा और उसके साथियों को ढेर किया
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 'ऑपरेशन महादेव' के तहत पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड हाशिम मूसा और उसके दो साथियों को ढेर कर दिया है। यह कार्रवाई सुरक्षा बलों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि इन आतंकियों ने 2024 में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई जवानों की जान ली थी, जिनमें करनाल के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शामिल थे।
ऑपरेशन महादेव के तहत बड़ी सफलता
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की लगातार बढ़ती दबाव और सटीक कार्रवाई के परिणामस्वरूप यह सफलता प्राप्त हुई है। पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज किया था। ऑपरेशन महादेव के दौरान सुरक्षा बलों ने जम्मू और कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में छिपे हुए आतंकवादियों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया, जिसके तहत हाशिम मूसा और उसके साथियों को ढेर किया गया।
हाशिम मूसा और उसका समूह स्थानीय लोगों में भय का माहौल बना रहा था और इसने कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया था। मूसा और उसके सहयोगियों को ढेर करने से न केवल स्थानीय जनता को राहत मिली है, बल्कि यह पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों के खिलाफ भारतीय सुरक्षा बलों की शक्ति का एक और प्रमाण भी है।
राजेश नरवाल का सेना को सलाम
इस सफलता के बाद, पहलगाम आतंकी हमले में अपने बेटे लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को खो चुके राजेश नरवाल ने सेना की बहादुरी और जज्बे को सलाम किया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन उनके बेटे की शहादत का कुछ हद तक बदला है, और इस कार्रवाई से उन्हें संतुष्टि मिली है कि उनकी जान गंवाने का कारण बने आतंकवादियों को न्याय मिला।
राजेश नरवाल ने कहा, "मुझे गर्व है कि हमारे सुरक्षा बल लगातार आतंकवादियों के खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं। मेरे बेटे की शहादत ने हमें यह समझने का अवसर दिया कि हमारे वीर जवान क्या संघर्ष कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि अब इस तरह के हमलों का अंत होगा और शांति बहाल होगी।"
सुरक्षा बलों की लगातार संघर्ष
सुरक्षा बलों द्वारा की गई यह कार्रवाई एक ओर उदाहरण है कि भारतीय सेना और सुरक्षा बलों की प्रतिबद्धता आतंकवाद के खिलाफ कितनी मजबूत है। पिछले कुछ सालों से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की सफल कार्रवाईयों ने आतंकवादियों की कमर तोड़ दी है और शांति की ओर बढ़ते कदमों को साबित किया है।
यह ऑपरेशन महादेव जैसी कार्रवाइयों से न केवल आतंकवादियों को बौखलाया जा रहा है, बल्कि यह पाकिस्तान को भी एक मजबूत संदेश भेजता है कि भारत अपने आंतरिक सुरक्षा को किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं होने देगा।
आतंकी गतिविधियों में कमी की उम्मीद
यह घटना जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ बढ़ती कार्रवाई का प्रतीक है, और इसे राज्य में आतंकी गतिविधियों में कमी लाने के एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, यह भी साफ है कि इस तरह की कार्रवाइयों के बावजूद आतंकवाद पूरी तरह से समाप्त नहीं हो सकता, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता और कार्रवाई निश्चित रूप से इस दिशा में एक बड़ी सफलता है।

