
रोहतक के उपायुक्त धीरेन्द्र खड़गटा ने शहर में पेयजल व सीवरेज से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को जमीनी स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त मंगलवार को नगर निगम, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग, सिंचाई विभाग व स्थानीय नगर पार्षदों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। खड़गटा ने पार्षदों को आश्वासन दिया कि शहर के सभी 22 वार्डों में पेयजल व सीवरेज से संबंधित समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा। उन्होंने स्थानीय नगर निगम के दोनों संयुक्त आयुक्तों, कार्यकारी अभियंता व एसडीओ को निर्देश दिए कि वे शहर की प्रत्येक गली का पैदल निरीक्षण करें तथा सीवरेज व पेयजल से संबंधित समस्या के बारे में मूलभूत जानकारी एकत्रित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उपायुक्त ने बेहतर समन्वय व संचार के लिए नगर निगम के संयुक्त आयुक्तों, कार्यकारी अभियंता, एसडीओ व सभी पार्षदों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के भी आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि ग्रुप में पार्षद अपने-अपने वार्ड से संबंधित समस्याओं का उल्लेख करेंगे। संबंधित अधिकारी उक्त समस्या का समाधान करने के बाद व्हाट्सएप ग्रुप पर अपनी रिपोर्ट देंगे। खड़गटा ने कहा कि प्रत्येक वार्ड में तैनात सफाई कर्मचारियों की सूची उनके मोबाइल नंबर सहित ग्रुप पर डाली जाए, ताकि संबंधित पार्षद को अपने वार्ड में कार्यरत सफाई कर्मचारियों का विवरण मिल सके। उपायुक्त ने कहा कि नालों की सफाई के लिए अलग से टेंडर जारी किया जाएगा। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को जल उपयोग के लिए महत्वपूर्ण स्थानों पर माइक्रो एसटीपी स्थापित करने की सलाह दी। खड़गटा ने नगर निगम अधिकारियों से उन डेयरियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा, जो अभी तक शहर से बाहर नहीं गई हैं। उन्होंने कहा कि डेयरी मालिकों को नोटिस जारी किए जाएं और अंत में डेयरियों को सील किया जाए। पार्षदों ने शिकायत की थी कि डेयरियों से निकलने वाले गोबर के कारण कई इलाकों में सीवर जाम की समस्या बनी हुई है। उपायुक्त ने सुपर सकर मशीन की मदद से सीवर सफाई का काम कराने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि वे शहर के कुछ वार्डों की गलियों का दौरा करेंगे और पेयजल व सीवरेज से जुड़ी समस्याओं का पता लगाएंगे।