
किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष रहे दिनकर बोहरा का मंगलवार को निधन हो गया। वे 63 वर्ष के थे। मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार मोदाश्रम स्वर्ग आश्रम में किया गया, जहां क्षेत्र के कई सामाजिक, धार्मिक व राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
दिनकर बोहरा ने किसानों की जमीन को मुक्त कराने के लिए 347 दिन तक आंदोलन चलाया था, जिसके चलते वे किसानों के बीच एक सशक्त नेता के रूप में जाने जाते थे। वे श्री गौड़ सभा नारनौल के उपाध्यक्ष, श्री रामलीला परिषद के प्रधान व बाबा विजयानंद ब्रह्मचारी आश्रम के प्रधान भी रहे। इसके अलावा वे भाजपा के जिला उपाध्यक्ष व जिला कष्ट निवारण समिति के सदस्य भी रहे।
दिनकर बोहरा ने समाज व धर्म के क्षेत्र में हमेशा प्रमुख योगदान दिया। वे शहर की सभी सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं में सक्रिय सहयोग करते थे, जिसके चलते क्षेत्र में उनका विशेष सम्मान था।
पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा भी उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए और श्रद्धांजलि दी। उनके निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है तथा लोग उन्हें एक संघर्षशील, सामाजिक एवं समर्पित व्यक्तित्व के रूप में याद कर रहे हैं।