
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि हरियाणा में जल संकट के लिए भाजपा सरकार की अक्षमता जिम्मेदार है। अंबाला शहर में पार्टी के संविधान बचाओ अभियान के तहत एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बेरोजगारी, नशा, कानून व्यवस्था, महंगाई, अवैध घुसपैठ और जल संकट के मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा, "जल बंटवारे के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने हरियाणा सरकार को अपना पूरा समर्थन दिया। भाजपा सरकार हरियाणा के जल हितों की रक्षा के लिए जो भी कदम उठाए, हम उनके साथ हैं, लेकिन उसकी अक्षमता ही राज्य में मंडरा रहे जल संकट के लिए जिम्मेदार है। पिछले कई सालों से बीबीएमबी में हरियाणा का कोई अधिकारी नहीं है। फिर राज्य के हितों की रक्षा कौन करेगा? हम मांग करते हैं कि इस मुद्दे पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाए।" उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हरियाणा के हितों की रक्षा नहीं कर पा रही है। एसवाईएल मामले में सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला दे चुका है, लेकिन डबल इंजन की सरकार उसे लागू नहीं कर पाई। मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि पानी रोकने की घटना को हल्के में न लें और तुरंत प्रधानमंत्री से मिलें। दीपेंद्र ने कहा कि आज संविधान खतरे में है और उसकी भावना के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। केंद्र की भाजपा सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा के लिए बनाई गई संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। हमारी संवैधानिक संस्थाओं का अस्तित्व खतरे में है। हम एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और संविधान की रक्षा करेंगे और उसके द्वारा दिए गए अधिकारों को कमजोर नहीं होने देंगे।