
यमुनानगर जिले की अनाज मंडियों से अभी तक खरीदे गए गेहूं का करीब 30 फीसदी हिस्सा नहीं उठाया जा सका है, जिससे नए अनाज की आवक के लिए जगह की कमी हो गई है। जिले की सभी 13 अनाज मंडियों से 25 अप्रैल तक 1,80,300 मीट्रिक टन (70.35 फीसदी) गेहूं उठाया जा चुका है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, यहां की अनाज मंडियों में 75,977 मीट्रिक टन गेहूं पड़ा है। सरकारी एजेंसियों ने जिले में अब तक कुल 2,56,277 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा है।
सरस्वती नगर अनाज मंडी से सबसे अधिक 89.74 प्रतिशत गेहूं (34,872 मीट्रिक टन) उठाया गया है, इसके बाद यमुनानगर अनाज मंडी से 83.79 प्रतिशत (212 मीट्रिक टन), जगाधरी अनाज मंडी से 79.85 प्रतिशत (30,511 मीट्रिक टन), रसूलपुर अनाज मंडी से 77.85 प्रतिशत (6,258 मीट्रिक टन) तथा प्रताप नगर अनाज मंडी से 74.76 प्रतिशत (22,586 मीट्रिक टन) गेहूं उठाया गया है। इसी प्रकार, छछरौली अनाज मंडी से 74 प्रतिशत (21,810 मीट्रिक टन) गेहूं का उठान हो चुका है, जबकि खारवन अनाज मंडी से 72.60 प्रतिशत (3113 मीट्रिक टन), रणजीतपुर अनाज मंडी से 69.40 प्रतिशत (6,770 मीट्रिक टन), जठलाना अनाज मंडी से 61.34 प्रतिशत (2,526 मीट्रिक टन), रादौर अनाज मंडी से 60.35 प्रतिशत (23,172 मीट्रिक टन), साढौरा अनाज मंडी से 54.38 प्रतिशत (9,726 मीट्रिक टन), बिलासपुर अनाज मंडी से 53.29 प्रतिशत (16,240 मीट्रिक टन) तथा गुमथला राव अनाज मंडी से 39.62 प्रतिशत (2,504 मीट्रिक टन) गेहूं का उठान हो चुका है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने यमुनानगर जिला की छछरौली अनाज मंडी का औचक निरीक्षण किया और जिला खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले नियंत्रक (डीएफएससी), यमुनानगर को छछरौली व जिला की अन्य अनाज मंडियों से खरीदे गए गेहूं का समय पर उठान सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।