कितना दर्दनाक है मंजर...आज बेइंतहा दर्द में अहमदाबाद विमान हादसे में बचे विश्वास, जानें कैसे क्रैश हुआ प्लेन?

अहमदाबाद विमान दुर्घटना में जीवित बचे विश्वास रमेश ने दुर्घटना में जान गंवाने वाले अपने भाई को अंतिम विदाई दी। इस मौके पर वह फूट-फूट कर रोते नजर आए। आपको बता दें कि विश्वास रमेश 12 जून को अहमदाबाद की फ्लाइट में अपने भाई के साथ मौजूद थे। इस दुर्घटना में विश्वास रमेश को भी गंभीर चोटें आईं। लेकिन इस दुर्घटना में उनके भाई की जान नहीं बच सकी। आज जब उनके भाई के पार्थिव शरीर की अंतिम यात्रा निकली तो इस मौके पर वह अपने आंसू नहीं रोक पाए।
इस दुर्घटना के बाद विश्वास रमेश ने अपने बयान में कहा कि उन्हें अभी भी यकीन नहीं हो रहा है कि वह कैसे चमत्कारिक रूप से उस दुर्घटना से बच गए जिसमें 265 लोगों की जान चली गई। ब्रिटिश नागरिक रमेश ने कहा कि उन्हें ऐसा लगा जैसे विमान रुक गया और अहमदाबाद से गैटविक तक की नौ घंटे की यात्रा पूरी करने के लिए उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही हरी और सफेद बत्तियां जल गईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती रमेश से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। डीडी न्यूज को दिए इंटरव्यू में लीसेस्टर निवासी रमेश ने कहा कि यह सब मेरी आंखों के सामने हुआ। मुझे यकीन नहीं हो रहा कि मैं कैसे बच गया। एक पल के लिए मुझे लगा कि मैं मरने वाला हूं, लेकिन जब मैंने अपनी आंखें खोलीं तो मैं जिंदा था। मैंने अपनी सीट बेल्ट खोली और बाहर निकल गया। रमेश ने कहा था कि मेरी आंखों के सामने एयरहोस्टेस और अंकल-आंटियां मर गए। एक मिनट के अंदर ही विमान रुक गया। हरी और सफेद लाइटें जल रही थीं। ऐसा लग रहा था कि वे विमान को और तेज गति देने के लिए 'रेस' कर रहे थे और विमान एक इमारत से टकरा गया।