आखिर कैसे अहमदाबाद विमान हादसे में भूमि चौहान की कहानी बनी चमत्कार? जानकर नहीं होगा यकीन

एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान गुरुवार को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में विमान में सवार सभी 241 लोगों की मौत हो गई है। लेकिन इस भयानक त्रासदी के बीच एक महिला की जिंदगी ने चमत्कारिक मोड़ ले लिया और महज 10 मिनट की देरी ने उसकी जान बचा ली। इस महिला का नाम भूमि चौहान है, जो अपने पति के साथ लंदन में रहती हैं और हाल ही में छुट्टियां मनाने भारत आई थीं।
कैसे बची फ्लाइट, और कैसे बची जान
भूमि चौहान को 12 जून को दोपहर 1:10 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरनी थी। लेकिन शहर में भारी ट्रैफिक के कारण वह समय पर सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नहीं पहुंच सकीं।
भूमि ने मीडिया से कहा, "मैं ट्रैफिक में फंस गई थी और जब तक मैं हवाई अड्डे पर पहुंची, तब तक बोर्डिंग गेट बंद हो चुका था। मुझे बहुत दुख हुआ कि मेरी फ्लाइट छूट गई। लेकिन जब मैं एग्जिट गेट पर पहुंची, तो मैंने अपने मोबाइल पर देखा कि वही फ्लाइट दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई।" फ्लाइट छूटने का दुख फिर एक दूसरे एहसास में बदल गया - एक तरह का सदमा और चमत्कार। जब उसे पता चला कि जिस फ्लाइट से वह चूक गया था, वह उड़ान भरने के पाँच मिनट बाद ही क्रैश हो गई, तो वह टूट गया।
मुझे यकीन नहीं हुआ। मैं काँपने लगा। शरीर सुन्न हो गया। मैं बस यही सोचता रहा कि अगर मैं समय पर पहुँच गया तो...
"मेरे गणपति बप्पा ने मुझे बचा लिया"
भावुक भूमि ने कहा: "मेरे गणपति बप्पा ने मुझे बचा लिया है। मुझे अभी भी यकीन नहीं हो रहा है कि मैं आज ज़िंदा हूँ और अपने परिवार के साथ हूँ। यह भगवान की कृपा है।"