आखिरकार अहमदाबाद प्लेन क्रैश के पीछे क्या है असली वजह? जानें क्या कह रहे एविएशन एक्सपर्ट

अहमदाबाद में बृहस्पतिवार दोपहर को हुई विमान दुर्घटना अब तक की सबसे भयावह घटनाओं में से एक बन चुकी है। लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने जैसे ही अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरी, कुछ ही मिनटों बाद एक आवासीय इलाके पर गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में विमान में सवार कुल 242 यात्रियों में से सिर्फ एक व्यक्ति ही जीवित बचा है, जबकि 274 लोगों की मौत हो चुकी है। यह संख्या इसलिए अधिक है क्योंकि इसमें कई स्थानीय निवासी भी शामिल हैं, जिनके घर हादसे में तबाह हो गए।
Bengaluru, Karnataka: On the crash of Air India Flight AI171, Saligram J. Murlidhar, Former Deputy Director of NAL (National Aerospace Laboratories), says, "…One possible cause that comes to mind—though this is just a very preliminary assumption—is fuel contamination, which… pic.twitter.com/ilZKqkDvAM
— IANS (@ians_india) June 13, 2025
2. अब तक सिर्फ 6 शवों की पहचान, शव सौंपने में देरी
हादसे को 30 घंटे से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन अब तक केवल छह मृतकों की पहचान हो पाई है और उनके शव परिवारों को सौंपे गए हैं। शेष शवों की हालत ऐसी है कि उनकी पहचान कर पाना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है। डीएनए टेस्टिंग और अन्य तकनीकी तरीकों से शवों की शिनाख्त की प्रक्रिया शुरू की गई है।
3. ईंधन मिलावट बना शक का आधार, एक्सपर्ट्स ने जताई आशंका
इस हादसे को लेकर शुरुआती जांच में कई पहलुओं पर विचार किया जा रहा है। नेशनल एयरोनॉटिक्स लेबोरेटरी (NAL) के पूर्व उपनिदेशक सालिग्राम जे. मुरलीधर ने बताया कि फ्यूल मिलावट एक संभावित कारण हो सकता है। उन्होंने कहा, "अगर विमान के ईंधन में मिलावट थी, तो उसकी शक्ति प्रभावित हो सकती है, जिससे टेकऑफ के दौरान विमान पूरी तरह संतुलन नहीं बना सका होगा।" हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह अभी केवल शुरुआती अनुमान है, और अंतिम निष्कर्ष जांच रिपोर्ट आने के बाद ही निकाला जा सकता है।
4. एविएशन एक्सपर्ट्स ने बताए अन्य संभावित कारण
एविएशन सेक्टर के विशेषज्ञों ने टेकऑफ के दौरान ईंधन के फ्लो में आई बाधा या इंजन की खराबी को भी इस हादसे की एक वजह बताया है। उनके अनुसार, उड़ान के शुरुआती मिनटों में यदि किसी तकनीकी हिस्से में खराबी आ जाए, तो पायलट को रिएक्ट करने का वक्त नहीं मिलता और हादसा टालना मुश्किल हो जाता है।
5. उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति गठित
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अहमदाबाद हादसे की गंभीरता को देखते हुए एक उच्च स्तरीय बहु-विषयक जांच समिति का गठन कर दिया है। मंत्रालय ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया कि यह समिति दुर्घटना की हर संभव वजह की जांच करेगी, जिसमें तकनीकी खामी, मानवीय त्रुटि, मौसम की भूमिका और ईंधन की गुणवत्ता शामिल है। यह समिति जल्द से जल्द अपनी अंतरिम रिपोर्ट पेश करेगी।
6. रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन, 100 से अधिक मजदूर और 40 इंजीनियर तैनात
विमान का मलबा हटाने का काम रातभर जारी रहा। घटनास्थल पर लगभग 100 से अधिक मजदूर और 40 इंजीनियर लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, हादसे में मारे गए लोगों में 10 डॉक्टर और उनके परिवार के सदस्य भी शामिल हैं, जो एक मेडिकल कॉन्फ्रेंस के लिए लंदन जा रहे थे।
7. स्थानीय लोगों में दहशत और गुस्सा
घटना स्थल के आसपास रहने वाले लोगों में भारी दहशत है। कई मकान पूरी तरह तबाह हो गए हैं, और स्थानीय लोगों का कहना है कि फ्लाइट रूट के इतने पास रिहायशी इलाका होने से हमेशा डर बना रहता है। कई परिवारों ने एयर ट्रैफिक मैनेजमेंट की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।
8. सवालों के घेरे में एयर सेफ्टी
यह हादसा सिर्फ एक तकनीकी त्रुटि नहीं बल्कि भारत में विमान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई बड़े सवाल खड़े कर गया है। आखिर कैसे एक टेक्नीकली उन्नत बोइंग विमान, जो अंतरराष्ट्रीय रूट पर था, टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गया? क्या ईंधन की गुणवत्ता की जांच में चूक हुई? क्या पायलट को अलर्ट मिला और अगर मिला तो रिएक्शन का समय क्यों नहीं मिला? इन सभी सवालों का जवाब अब नागरिक उड्डयन मंत्रालय की विशेष समिति की रिपोर्ट से ही मिलेगा। लेकिन तब तक के लिए यह हादसा न केवल देश बल्कि पूरे विमानन जगत के लिए एक बड़ा चेतावनी संकेत बन गया है।