गोवा नाइट क्लब आग मामले में CM ने खोला राज़ बताया कैसे भड़की आग, 4 मैनेजर गिरफ्तार
उत्तरी गोवा के अरपोरा गांव में 'बर्च बाय रोमियो लेन' नाम के एक पॉपुलर नाइट क्लब में शनिवार देर रात लगी भीषण आग में कम से कम 25 लोगों की जान चली गई। मरने वालों में सात टूरिस्ट शामिल थे, जिनमें गाजियाबाद के एक परिवार के तीन लोग और दिल्ली के चार लोग थे, जबकि बाकी 18 क्लब के कर्मचारी थे।
दम घुटने से 23 मौतें
शुरुआत में आग लगने का कारण सिलेंडर फटना बताया गया था, लेकिन पुलिस जांच में पता चला कि सिर्फ़ दो लोगों की मौत जलने से हुई, जबकि बाकी 23 लोगों की मौत दम घुटने से हुई।
मरने वालों में उत्तराखंड का शेफ भी शामिल
उत्तराखंड के रहने वाले क्लब के तंदूर शेफ संदीप नेगी, जो घटना के समय किचन में थे, उनकी भी आग में मौत हो गई। दम घुटने की वजह से उनका शरीर इतना सूज गया था कि उन्हें पहचानना मुश्किल हो रहा था। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि आग बिजली के पटाखों की वजह से लगी थी। धुआं तेज़ी से नीचे बेसमेंट/किचन में फैल गया। क्लब में सिर्फ़ एक ही एग्जिट होने की वजह से बेसमेंट में फंसे लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला और दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
4 मैनेजर गिरफ्तार, क्लब मालिक के खिलाफ FIR
पुलिस ने क्लब के चार मैनेजरों को गिरफ्तार किया है, जिन पर लापरवाही और गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार मैनेजरों में राजीव मोदक, राजीव सिंघानिया, विवेक सिंह और प्रियांशु शामिल हैं। क्लब के मालिक सौरभ लूथरा के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है।
परमिट जारी करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस घटना पर दुख जताया और सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। सीएम ने तुरंत मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं और एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट मांगी है। PWD विभाग की एक टीम और पुलिसकर्मी जल्द ही एक व्यापक सुरक्षा स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तैयार करेंगे। यह SOP भविष्य में राज्य के सभी क्लबों और प्रतिष्ठानों के लिए अनिवार्य होगा।
मुख्यमंत्री ने साफ किया कि संबंधित विभागों के उन सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने नियमों का उल्लंघन करके क्लब को अनुमति दी थी। एहतियात के तौर पर, सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के संदेह में रोमियो लेन के बाकी क्लबों को भी सील कर दिया गया है।

