अद्भुत संयोग! पीएम मोदी पक्षियों पर बोल रहे थे, तभी मंत्री के कंधे पर आ बैठा पक्षी
कभी-कभी प्रकृति ऐसे संयोग रचती है मानो वह स्वयं अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहती हो। ऐसा ही एक रोचक और मार्मिक वाकया गोवा से आया, जहाँ एक मंत्री 'मन की बात' कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री की बात सुन रहे थे, तभी एक पक्षी उड़कर उनके कंधे पर आ बैठा।
प्रधानमंत्री मोदी पक्षियों के बारे में बात कर रहे थे
VIDEO | A bird sat on the shoulder of Goa Tourism Minister Rohan Khaunte (@RohanKhaunte ) on Sunday while he was listening to the Prime Minister’s Mann Ki Baat program. A video shared by his office shows the bird perched on his shoulder just as the Prime Minister was speaking… pic.twitter.com/jmovl7Scqq
— Press Trust of India (@PTI_News) July 28, 2025
यह घटना रविवार को हुई, जब गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खाउंटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' सुन रहे थे...जब प्रधानमंत्री मोदी असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पक्षियों की हालिया गणना पर चर्चा कर रहे थे और तभी मानो प्रकृति भी इस बातचीत का हिस्सा बनना चाहती हो, एक पक्षी मंत्री आकर खाउंटे के कंधे पर बैठ गए।
गोवा के मंत्री का वायरल वीडियो
इसके बाद मंत्री खाउंटे बिल्कुल शांत और मुस्कुराते हुए दिखे और उन्होंने पक्षी को अपने कंधे पर ऐसे बैठा लिया जैसे वह उनका कोई पुराना दोस्त हो। यह पल जितना अप्रत्याशित था, उतना ही स्वाभाविक और जीवंत भी था। यह वीडियो गोवा पर्यटन मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसे पीटीआई ने भी पोस्ट किया। वीडियो देखकर सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे 'प्रकृति का वरदान' और 'सही वक्त पर आया सच्चा मेहमान' करार दिया।
गोवा में दिखा प्रकृति का 'जादू'
प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में कह रहे थे, काजीरंगा अपने गैंडों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इस बार चर्चा का विषय वहाँ के घास के मैदान और पक्षी हैं। पहली बार वहाँ घास के मैदानों में पक्षियों की गणना हुई है, जिसमें 40 से ज़्यादा पक्षी प्रजातियों को दर्ज किया गया। एआई तकनीक ने पक्षियों को बिना किसी परेशानी के उनकी पहचान की। जब तकनीक और संवेदनशीलता का मिलन होता है, तो प्रकृति को समझना आसान हो जाता है, लेकिन गोवा का यह पारंपरिक पक्षी, बिना किसी तकनीक के, सिर्फ़ अपने पंखों और संवेदनशीलता से, पूरे संदेश का जीवंत प्रतीक बन गया।

