ED की छापेमारी के बाद सौरभ भारद्वाज का बड़ा खुलासा बोले - 'बीवी ने कहा ले जाओ इसे…', वीडियो में जानिए रात 2 बजे का शॉकिंग किस्सा
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अपने घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी पर बड़ा बयान दिया है। भारद्वाज ने आरोप लगाया कि ईडी उनके खिलाफ राजनीतिक दबाव में काम कर रही है और छापेमारी के दौरान उनके परिवार पर मानसिक दबाव भी बनाया गया। उन्होंने रात दो बजे तक चली इस छापेमारी के बारे में बताया। इस दौरान उन्होंने कुछ बातें भी बताईं, जिसे सुनकर वहां हंसी छूट गई। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब उनकी बेटी सुबह 7:15 बजे स्कूल के लिए निकली तो उसी समय ईडी और सीआरपीएफ के अधिकारी उनके घर पहुंच गए। इसके बाद तलाशी शुरू की गई। भारद्वाज ने कहा, 'मेरी छोटी बेटी नर्सरी में पढ़ती है, उसे स्कूल भेजने के बाद घर को तलाशी के लिए खुला छोड़ दिया गया था।' आप नेता करीब 11:30 बजे ईडी अधिकारी मयंक अरोड़ा ने उनका बयान दर्ज करना शुरू किया। भारद्वाज के मुताबिक, शाम 7:30 बजे एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें हलफनामा मिल गया है, जो पहले से ही एक सार्वजनिक दस्तावेज है।
'फर्जी मामले में फंसाने की कोशिश'
आप नेता ने आरोप लगाया कि एफआईआर में लगाए गए सभी आरोपों के विपरीत, उनके पास बैठक की कार्यवाही और लिखित निर्देश मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को बताया कि यह पूरा मामला दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा उन्हें फंसाने की कोशिश है।
'रात 8 बजे से सुबह 2 बजे तक दबाव बना रहा'
भारद्वाज ने कहा कि बयान दर्ज करने की प्रक्रिया रात 8 बजे से सुबह 2 बजे तक लगातार चलती रही। उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान ईडी अधिकारियों ने उन पर बयान बदलने का दबाव बनाया। उन्होंने कहा, 'मुझे कहा गया कि मैं जो कहूँ, वही लिखूँ। वरना मुझे जेल भेज दिया जाएगा। मेरा बयान बार-बार वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा जा रहा था और मार्क होकर वापस आ रहा था।'
'परिवार पर भी मानसिक दबाव'
सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि ईडी अधिकारियों ने उनके परिवार को धमकाने की भी कोशिश की। उन्होंने मज़ाक में कहा, 'मेरी पत्नी ने कहा- इसे ले जाओ, यह वैसे भी घर पर नहीं रहता।' बेटी ने यह भी कहा कि पापा को ले जाओ तो मुझे भी साथ ले जाओ, मैं स्कूल में मशहूर हो जाऊँगी।' उन्होंने बताया कि पंचनामा में दो चीज़ें बरामद दिखाई गईं... एक चुनाव से जुड़ा हलफ़नामा और दूसरा स्वास्थ्य विभाग का दस्तावेज़। भारद्वाज का आरोप है कि पंचों से वही दस्तख़त करवाए जाते हैं जो ईडी चाहती है। आप नेता ने कहा कि ईडी का मक़सद विपक्षी नेताओं को मानसिक रूप से तोड़ना और डराना है। उन्होंने कहा, 'वे मनोवैज्ञानिक तौर पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। रात के 2 बजे भी मुझसे ज़बरदस्ती नया बयान लिखवाया गया कि ग़ैरज़रूरी चीज़ें हटा दी गई हैं।'

