ऑपरेशन सिंदूर पर बोल रहे थे एस जयशंकर तभी विपक्ष पर भड़क गए अमित शाह, बोले- अगले 20 साल तक वहीं बैठने वाले हैं
लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा चल रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भाषण के बाद चर्चा शुरू हुई। इसके बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार से तीखे सवाल पूछे। इसके बाद कई अन्य नेताओं ने भी अपने विचार रखे। विदेश मंत्री एस. जयशंकर जब 'ऑपरेशन सिंदूर' पर जवाब दे रहे थे, तो विपक्ष ने उन्हें टोकना शुरू कर दिया। इस पर अमित शाह नाराज़ हो गए।
जब सदन में अमित शाह नाराज़ हुए.
"इसीलिए ये विपक्ष में बैठे हैं, अगले कई साल तक भी विपक्ष में ही बैठेंगे"
— News24 (@news24tvchannel) July 28, 2025
◆ सदन में बोले गृहमंत्री अमित शाह @AmitShah #SJaishankar | S JaiShankar pic.twitter.com/omcI6bxjNE
विपक्ष द्वारा विदेश मंत्री एस. जयशंकर को टोक दिए जाने पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "मुझे एक बात पर आपत्ति है। भारत में शपथ लेने वाले विदेश मंत्री क्या बयान दे रहे हैं, क्या आपको उन पर भरोसा नहीं है? क्या उन्हें किसी और देश पर भरोसा है? मैं उनकी पार्टी में विदेशी देशों की अहमियत समझ सकता हूँ, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि पार्टी के सारे मामले सदन में थोप दिए जाएँ।"
अमित शाह ने कहा, "आपको विदेश मंत्री पर भरोसा नहीं है? शपथ लेने वाले व्यक्ति यहाँ बोल रहे हैं। वह एक ज़िम्मेदार व्यक्ति हैं। इसीलिए वह विपक्ष में बैठे हैं और 20 साल तक वहीं रहेंगे।"
दरअसल, जब विदेश मंत्री सदन में भाषण दे रहे थे, तो विपक्षी दलों के नेता लगातार उनसे सवाल पूछ रहे थे और उन्हें टोक रहे थे। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने खड़े होकर विपक्षी दलों को शांत कराया।
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य सीमा पार करना या वहां कब्जा करना नहीं था। ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने का उद्देश्य उन आतंकवादी नर्सरियों को खत्म करना था, जिन्हें पाकिस्तान ने कई वर्षों से पोषित किया है।

