
उन्होंने हाल ही में राहुल गांधी द्वारा दिल्ली में किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बोले गए शब्दों के लिए भी कांग्रेस सांसद की आलोचना करते हुए कहा कि, आश्चर्य की बात है कि राहुल बाबा यह बोल रहे हैं कि दुर्भाग्य से मैं सांसद हूं। दुर्भाग्य से सांसद होने का क्या मतलब है ? क्या यह संसद का अपमान नहीं है ? संसद में भेजने वाली जनता का अपमान नहीं है ? क्या यह भारत के लोकतंत्र का अपमान नहीं है ?
शिवराज ने आगे कहा कि, राहुल गांधी ने लोकतंत्र के पवित्र मंदिर का अपमान किया है। उन्होंने भारत के संविधान का अपमान किया है। उन्होंने जनता की आस्था और विश्वास पर चोट की है। अजीब नेता हैं ये जब संसद में बोलना चाहिए तो विदेश भाग जाते हैं, कई बार बिना बताए भी गायब हो जाते हैं। वो विदेश में जाकर देश की आलोचना करते हैं। प्रधानमंत्री के विरोध में ऐसे अंधे हो गए कि देश का विरोध करते हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने अपने गृह राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधते हुए पूछा कि इन दोनों नेताओं को यह बताना चाहिए कि क्या वे राहुल गांधी के इन बयानों से सहमत हैं?
भाजपा ने यह साफ कर दिया है कि जब तक राहुल गांधी अपने बयानों के लिए माफी नहीं मांगते है तब तक उनका यह अभियान देश भर में जारी रहेगा।
--आईएएनएस
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