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'किसानों के लिए किले में बदली दिल्ली' सीमा पर आर्मी, पुलिस और CRPF भरी हथियारों के साथ तैनात, 2,500 ट्रैक्टर के साथ किसानों ने किया दिल्ली कूंच

किसान अपनी मांगों को लेकर आज दिल्ली में प्रदर्शन करने वाले हैं. इसको लेकर दिल्ली अलर्ट पर है. दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम हैं. किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए हैं. किसान सुबह....
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दिल्ली न्यूज डेस्क !!! किसान अपनी मांगों को लेकर आज दिल्ली में प्रदर्शन करने वाले हैं. इसको लेकर दिल्ली अलर्ट पर है. दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम हैं. किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए हैं. किसान सुबह 10 बजे 2500 ट्रैक्टर ट्रॉलर के साथ दिल्ली की ओर कूच कर चुके हैं. ये किसान पंजाब के संगरूर से पलायन कर आए हैं. वे हरियाणा के रास्ते दिल्ली जा रहे हैं. उन्होंने 'दिल्ली चलो' का नारा दिया है.

अंबाला के शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले दागे गए

दिल्ली जा रहे किसानों को हरियाणा के अंबाला में शंभू बॉर्डर पर रोक दिया गया है. बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान जुटे हुए हैं. पुलिस ने किसानों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े हैं. इतने गोले दागे गए हैं कि पूरा इलाका धुआं धुआं हो गया है. धुआं छंटने पर किसान आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके बाद पुलिस की ओर से फिर से आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं. पुलिस पर पथराव किया गया है. ड्रोन की मदद से किसानों पर आंसू गैस के गोले गिराए गए हैं.

केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसान नेताओं की बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई

सोमवार को केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसान नेताओं की बैठक हुई, लेकिन बात नहीं बन पाई. किसान सभी फसलों पर एमएसपी की गारंटी के लिए कानून बनाने की मांग कर रहे हैं. इसके साथ ही उनकी कुछ और भी मांगें हैं. किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सोमवार को राजधानी में रैलियों और विरोध प्रदर्शनों पर एक महीने के लिए प्रतिबंध लगा दिया। दिल्ली की सीमाओं को किले में तब्दील कर दिया गया है. यहां सड़क पर बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं. सड़क कीलों और कंटीले तारों से अटी पड़ी है।

दिल्ली में ट्रैक्टरों की एंट्री पर रोक

दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने सोमवार को एक आदेश जारी कर राष्ट्रीय राजधानी में रैलियों और ट्रैक्टरों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके साथ ही हथियारों, ज्वलनशील पदार्थों के साथ-साथ अस्थायी हथियारों जैसे ईंट-पत्थर और पेट्रोल के डिब्बे या सोडा की बोतलों के भंडारण पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गई है. फसलों के लिए एमएसपी की गारंटी का कानून बनाने समेत कई मांगों को लेकर किसान दिल्ली में मार्च करने जा रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने दावा किया कि देश भर से 200 से अधिक किसान संघ 'दिल्ली चलो' मार्च में भाग लेंगे।

क्या हैं किसानों की मांगें?

1. सभी फसलों के लिए एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी के लिए कानून बनाया जाए।
2. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू की जाए. रिपोर्ट में किसानों को 50 फीसदी रिटर्न की गारंटी के लिए C2+50 के फॉर्मूले पर एमएसपी तय करने की बात कही गई है. इसमें पूंजी की इनपुट लागत और भूमि किराया शामिल है।
3. कि बिजली (संशोधन) विधेयक वापस लिया जाए.
4.लखीमपुर खीरी मामले में किसान समूहों पर दर्ज मुकदमा वापस लिया जाए.
5. कृषि को प्रदूषण अधिनियम से मुक्त किया जाये।
6. मनरेगा के तहत न्यूनतम कार्य दिवसों को बढ़ाकर 200 करें.
7. किसानों और खेत मजदूरों को 60 वर्ष से अधिक आयु होने पर 10 हजार रुपये प्रति माह पेंशन दी जाए।

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