Delhi Pollution Alert: इतनी घनी धुंध कि दिखना हुआ मुश्किल, इंडिया गेट भी ओझल! जानें आज सुबह का AQI लेवल
दिल्लीवासियों को अगले एक हफ्ते तक प्रदूषित हवा से राहत मिलने की संभावना नहीं है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, सोमवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में रहा। राजधानी में प्रदूषण और धुंध के कारण सुबह-शाम सांस लेने में तकलीफ और अन्य समस्याएं हो रही हैं। दिल्ली में आज हवा की गुणवत्ता बेहद खराब बनी हुई है, सुबह से ही कई इलाकों में धुंध की चादर छाई हुई है।
हवा की कम गति, सुबह-शाम हल्का कोहरा और तापमान में गिरावट के कारण अगले एक हफ्ते तक ऐसी ही स्थिति बने रहने की संभावना है। दिल्ली के लोग इस समय सबसे प्रदूषित दिनों का सामना कर रहे हैं। दिल्ली के आसमान में, खासकर सुबह और शाम के समय, प्रदूषण और धुंध की एक परत दिखाई दे रही है। इसके कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ, नाक-गले में खराश, खांसी और आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सड़क किनारे रहने वाले और दोपहिया वाहन चलाने वालों को ज्यादा परेशानी हो रही है।
सीपीसीबी के अनुसार, सोमवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 309 रहा। हवा का यह स्तर बेहद खराब माना जाता है। एक दिन पहले रविवार को सूचकांक 366 पर पहुँच गया था। सोमवार को आसमान में धूप खिली रही और दोपहर में कुछ समय के लिए हवा की गति 10 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज़्यादा रही। इससे प्रदूषकों का छितराव तेज़ हो गया है। इससे पिछले दिन की तुलना में 57 अंकों का सुधार हुआ है। हालाँकि, यह अभी भी बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है। ज़्यादातर निगरानी केंद्रों ने 300 से ऊपर का स्तर दर्ज किया।
ढाई गुना ज़्यादा प्रदूषण
दिल्ली-एनसीआर की हवा में इस समय मानक स्तर से ढाई गुना ज़्यादा प्रदूषक मौजूद हैं। मानकों के अनुसार, हवा को तभी स्वस्थ माना जाता है जब पीएम 10 कण का स्तर 100 से नीचे और पीएम 2.5 कण का स्तर 60 से नीचे हो। सोमवार शाम 4 बजे दिल्ली-एनसीआर की हवा में पीएम 10 कण का स्तर 273 और पीएम 2.5 कण का स्तर 153 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से ज़्यादा था। यानी दिल्ली की हवा में प्रदूषकों का स्तर ढाई गुना से भी ज़्यादा है।

