सीवोटर सर्वे : Opposition को वोट देने वाले 50 प्रतिशत लोग भी मानते हैं मोदी लेते हैं मजबूत फैसले

सर्वेक्षण के दौरान, 48 प्रतिशत संप्रग समर्थकों ने भी माना कि मोदी शासन ने कड़े फैसले लिए हैं। ऐसा सोचने वाले मोदी समर्थकों की संख्या काफी अधिक है। कुल मिलाकर हर चार में से तीन भारतीय की यही राय है। मोदी के समर्थक अक्सर शेखी बघारते हैं कि उन्होंने हमेशा कड़े फैसले लिए हैं, भले ही वे राजनीतिक रूप से जोखिम भरे हों। कई लोग नोटबंदी को मोदी द्वारा उठाए गए एक ऐसे राजनीतिक जोखिम बताते हैं। सीवोटर सर्वेक्षण अन्य महत्वपूर्ण अंतरों का भी खुलासा करता है। उदाहरण के लिए 18 से 24 वर्ष के आयु वर्ग के 53 प्रतिशत लोगों को लगता है कि उन्होंने कड़े फैसले लिए हैं, 35 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के करीब 74 प्रतिशत लोग ऐसा ही महसूस करते हैं। अनुसूचित जाति (दलित) के 45 प्रतिशत लोगों को लगता है कि मोदी ने कड़े फैसले लिए हैं तो उच्च जाति के 70 प्रतिशत हिंदू ऐसा मानते हैं। इसके एक शक्तिशाली उदाहरण के रूप में विश्लेषक जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का हवाला देते हैं।
--आईएएनएस
एकेजे