नोत्बंदी के 8 साल बाद बड़ा खुलासा! दिल्ली में बरामद हुआ 500-1000 के नोटों का जखीरा, यहाँ जाने पूरा मामला
दिल्ली में एक बड़े ऑपरेशन में, पुलिस ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया है। 3.5 करोड़ रुपये से ज़्यादा की बंद हो चुकी करेंसी ज़ब्त की गई। चार लोगों – हर्ष, टेक चंद ठाकुर, लक्ष्य और विपिन कुमार – को मौके से गिरफ्तार किया गया। ये लोग पुराने नोट बदलने का वादा करके लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे थे। उन्होंने माना कि उन्हें पता था कि वे नोटों का लेन-देन गैर-कानूनी तरीके से कर रहे हैं।
यह लेन-देन एक मेट्रो स्टेशन के गेट पर हो रहा था
पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग शालीमार बाग मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 4 के पास बड़ी मात्रा में बंद हो चुके नोटों का लेन-देन करने वाले हैं। पुलिस टीम ने तुरंत मौके पर छापा मारा और चारों लोगों को पकड़ लिया। छापे के दौरान, पुलिस ने आरोपियों के पास से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों की एक बड़ी खेप बरामद की, जिनकी कीमत 3.5 करोड़ रुपये से ज़्यादा थी। नोटों को लाने-ले जाने के लिए आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए गए दो वाहन भी बरामद किए गए।
पुलिस के अनुसार, चारों आरोपी इन नोटों को बहुत कम कीमत पर खरीद-बेच रहे थे। वे लोगों को यह कहकर धोखा दे रहे थे कि ये नोट RBI (भारतीय रिज़र्व बैंक) में बदले जा सकते हैं, जो पूरी तरह से झूठ है। यह साफ तौर पर धोखाधड़ी, साजिश और स्पेसिफाइड बैंक नोट्स एक्ट का उल्लंघन है।
गिरफ्तार आरोपी:
हर्ष - उम्र 22, निवासी सेक्टर 25, रोहिणी
टेक चंद ठाकुर - उम्र 39, सेक्टर 25, रोहिणी
लक्ष्य - उम्र 28, निवासी बृजपुरी
विपिन कुमार - उम्र 38, फिरोजशाह रोड, मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले
गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों ने माना कि उन्हें पता था कि इतनी बड़ी मात्रा में बंद हो चुके नोट रखना पूरी तरह से गैर-कानूनी है और उनके पास इन्हें रखने का कोई वैध कारण नहीं था। वे जल्दी पैसा कमाने के लालच में इस धंधे में शामिल थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।

