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सुप्रिया सुले की अगुवाई में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने मिस्र में की कूटनीतिक बैठकों की श्रृंखला, ऑपरेशन सिंदूर को मिला अंतरराष्ट्रीय समर्थन

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने पाकिस्तान द्वारा भारत की नकल करते हुए कई देशों में अपने प्रतिनिधिमंडल भेजने की कोशिशों पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस कदम को भारत की विदेश नीति की सफलता का प्रमाण बताया और कहा कि इस....
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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने पाकिस्तान द्वारा भारत की नकल करते हुए कई देशों में अपने प्रतिनिधिमंडल भेजने की कोशिशों पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस कदम को भारत की विदेश नीति की सफलता का प्रमाण बताया और कहा कि इस व्यवहार से स्पष्ट होता है कि भारत की पहल प्रभावी रही है, इसलिए पड़ोसी देश इस तरह की रणनीति अपना रहा है।

सुप्रिया सुले की अगुवाई में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मिस्र के दौरे पर है। काहिरा में उन्होंने मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती के साथ रचनात्मक और सकारात्मक चर्चा की। इसके अलावा स्थानीय नेताओं, नीति निर्माताओं और थिंक टैंकों के साथ बातचीत करते हुए, उन्होंने मिस्र के नेतृत्व का आभार जताया कि उन्होंने इस चुनौतीपूर्ण और दर्दनाक समय में भारत के साथ मजबूती से खड़ा रहने का फैसला किया है। उन्होंने शांति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई।

ऑपरेशन सिंदूर को अंतरराष्ट्रीय समर्थन

सुप्रिया सुले ने कहा कि भारत के प्रति झूठे दुष्प्रचार और फर्जी खबरों की बाढ़ आई है, लेकिन जिन देशों के प्रतिनिधिमंडल से वे मिले, उन्होंने इस अभियान की सराहना की। उन्होंने कहा, "हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और सभी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन किया है। ऑपरेशन सिंदूर को कई देशों से समर्थन मिला है।"

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस मिशन में सांसदों को भरोसा और मार्गदर्शन दिया। उनके मुताबिक, जिनसे भी वे मिले, सभी का कहना था कि वे आतंकवाद के खिलाफ हैं और भारत के साथ खड़े हैं।

हकीकत से दुनिया को वाकिफ कराने की मुहिम

सुप्रिया सुले ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया था, जिसका उद्देश्य दुनियाभर में 5 सप्ताह पहले भारत में हुए घटनाक्रम की सच्चाई लोगों तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि आज के समय में तकनीक और सोशल मीडिया के कारण सही और गलत सूचनाओं का मिश्रण फैलना आम बात हो गई है। ऐसे में सरकार ने 7 समूह बनाए, प्रत्येक में 5 सांसद, जिन्हें विभिन्न देशों में भेजा गया ताकि वे वहां की सरकारों और जनमानस तक सच्चाई पहुंचा सकें।

उन्होंने विशेष रूप से मिस्र का धन्यवाद किया, जो उन चुनिंदा देशों में से है, जिन्होंने भारत के इस चुनौतीपूर्ण दौर में मजबूती से समर्थन दिया। उन्होंने कहा, "मिस्र ने प्रतिबद्धता जताई कि विश्व के किसी भी कोने में आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"

कूटनीतिक सफलता और भारत का बढ़ता प्रभाव

सुप्रिया सुले की यह यात्रा भारत की कूटनीतिक सक्रियता को दर्शाती है, जहां भारत न केवल अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा कर रहा है बल्कि विश्व समुदाय को भी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दे रहा है। पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे विरोधी प्रयासों के बीच भारत की यह पहल विश्व स्तर पर एक सकारात्मक उदाहरण बन रही है।

मिस्र और अन्य देशों के साथ यह संवाद भारत की विदेश नीति की रणनीतिक सफलता को दर्शाता है, जहां भारत ने अपने सशक्त नेतृत्व और कूटनीतिक कौशल से आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहमति जुटाई है।

निष्कर्ष

सुप्रिया सुले के नेतृत्व में यह सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल न केवल भारत के सच्चे पक्ष को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर रहा है, बल्कि विश्व के विभिन्न देशों से भारत के प्रति सहानुभूति और समर्थन भी बढ़ा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ उसके कदम न केवल निर्णायक हैं बल्कि विश्व स्तर पर उनका समर्थन भी है।

इस तरह की कूटनीतिक पहल भारत की वैश्विक छवि को मजबूत करती है और पड़ोसी देशों की नकारात्मक कोशिशों को बेअसर करने में मदद करती है। आने वाले समय में ऐसी पहलें भारत के लिए कूटनीतिक और सुरक्षा क्षेत्रों में और मजबूती का सबूत बनेंगी।

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