भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद जैश-ए-मोहम्मद का 'मरकज़ सुभान अल्लाह कैंप' Google Maps पर 'स्थायी रूप से बंद', आतंकवाद के खिलाफ बड़ी जीत

भारत की सैन्य कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद जैश-ए-मोहम्मद का कुख्यात बहावलपुर स्थित ‘मरकज़ सुभान अल्लाह कैंप’ अब Google Maps पर 'Permanently Closed' (स्थायी रूप से बंद) दिखाई दे रहा है। यह कैंप आतंकी मसूद अजहर द्वारा मस्जिद की आड़ में स्थापित किया गया था, जिसका असल उद्देश्य आतंकी भर्ती, कट्टरपंथी प्रचार और फंडिंग था। भारत की ओर से 7 मई को किए गए हमले में इस आतंकी ठिकाने को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। अब एक महीने बाद यह इंटरनेट पर डिजिटल रूप से भी निष्क्रिय हो चुका है। इसे आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक दोनों स्तरों पर बड़ी जीत माना जा रहा है।
क्या था मरकज़ सुभान अल्लाह कैंप?
यह कैंप पाकिस्तान के बहावलपुर शहर में भारत-पाक सीमा से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित था। इसकी स्थापना आतंकी मसूद अजहर ने की थी और इसे जामिया मस्जिद के नाम से पंजीकृत कर रखा था। इसका संचालन अल-रहमत ट्रस्ट के माध्यम से होता था जो जैश-ए-मोहम्मद की फंडिंग इकाई मानी जाती है। 18 एकड़ में फैला यह ठिकाना जैश के आतंकियों को प्रशिक्षित करने, कट्टरपंथी बनाने और भारत विरोधी अभियानों की रणनीति बनाने का मुख्य केंद्र था। यह पाकिस्तान की 31वीं कॉर्प्स के सैन्य मुख्यालय के पास स्थित होने के कारण रणनीतिक रूप से भी अत्यंत संवेदनशील था।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की निर्णायक जवाबी कार्रवाई
भारत ने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया था। इसमें पाकिस्तान और POK में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को सटीक हवाई हमलों में नष्ट किया गया। इनमें बहावलपुर का मरकज़ सुभान अल्लाह कैंप भी शामिल था, जहां वीडियो फुटेज में छत में बड़ा छेद, मलबे के ढेर और जमींदोज इमारतें दिखाई दी थीं। इंडिया टुडे टीवी को मिले वीडियो ने इस हमले की प्रभावशीलता की पुष्टि की। इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज़बुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के 100 से अधिक आतंकी मारे गए थे।
गूगल मैप्स पर 'स्थायी रूप से बंद' क्यों दिखाया गया?
Google Maps पर किसी स्थान को 'Permanently Closed' दिखाने के पीछे तीन प्रमुख कारण होते हैं:
-
उपयोगकर्ताओं की रिपोर्ट — जब कई यूजर्स किसी स्थान की बंदी की रिपोर्ट करते हैं।
-
स्थान मालिक की जानकारी — खुद व्यवसाय या संस्था की ओर से निष्क्रियता की सूचना।
-
Google एल्गोरिद्म — जो गतिविधि के अभाव में स्थान को बंद मान लेता है।
माना जा रहा है कि इस आतंकी कैंप की बंदी को लेकर स्थानीय लोगों और मीडिया से मिले इनपुट के आधार पर Google ने इसे स्थायी रूप से बंद घोषित किया। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर यह बदलाव भारत की सैन्य कार्रवाई के प्रत्यक्ष प्रभाव को दर्शाता है।
जैश का खूनी इतिहास
जैश-ए-मोहम्मद को 2002 में पाकिस्तान ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन घोषित किया था, लेकिन वह अब तक खुलेआम पाकिस्तान में काम करता रहा है। इसकी गतिविधियों में भारत पर हुए कई बड़े आतंकी हमले शामिल हैं:
-
2001 का संसद हमला
-
2016 का पठानकोट एयरबेस हमला
-
2019 का पुलवामा आत्मघाती हमला, जिसमें 40 से अधिक सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे
इन हमलों ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी जैश की निंदा करवाई।
भारत की रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक जीत
Google Maps पर ‘Permanently Closed’ दिखना सिर्फ एक डिजिटल अपडेट नहीं है, बल्कि यह भारत की रणनीतिक क्षमता और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ उसके कड़े संदेश का प्रतीक है। इससे पाकिस्तान पर दबाव भी बढ़ेगा कि वह इन आतंकियों और उनके ठिकानों के खिलाफ कार्रवाई करे। भारत ने इस कार्रवाई के जरिए यह दिखाया है कि वह अब सिर्फ कूटनीतिक विरोध नहीं, बल्कि सीधे आतंकी ठिकानों को खत्म करने की नीति अपना चुका है।
निष्कर्ष
‘मरकज़ सुभान अल्लाह’ का मिटना केवल एक इमारत का ध्वस्त होना नहीं है, यह आतंकवाद के खिलाफ भारत की नई नीति का संकेत है — जो एक्शन आधारित और निर्णायक है। Google Maps पर इसका ‘स्थायी रूप से बंद’ दिखना इस बात का डिजिटल सबूत है कि भारत अब अपने दुश्मनों को उनकी सरहद में घुसकर जवाब दे रहा है। यह सिर्फ एक सैन्य ऑपरेशन नहीं, बल्कि आतंकवाद के नेटवर्क को मिटाने की दिशा में एक ठोस कदम है, जिसकी गूंज लंबे समय तक दक्षिण एशिया की राजनीति और सुरक्षा व्यवस्था में सुनाई देगी।