तीसरी Vande Bharat train की तकनीकी टेस्टिंग शुरू, जल्द ही यात्रियों को मिलेगी इसकी सुविधा !
नई वंदे भारत को टेस्ट करने के दौरान इसमें अलग अलग तरीके के सेंसर लगाए गए हैं और उनको चेक करने का जिम्मा आरडीएसओ को सौंपा गया है। आरडीएसओ के इंजीनियर नई वंदे भारत में हर मानक को परखेंगे। ट्रेन को अलग-अलग गति सीमा पर चला कर ब्रेक लगाकर यह देखा जाता है कि इसमें आग संबंधित कोई समस्या तो नहीं उत्पन्न हो रही है। फायर संबंधी तकनीक सही प्रकार से काम कर रही है या नहीं, यह भी सबसे महत्वपूर्ण जांच का विषय होता है। नई वंदे भारत ट्रेन का यह ट्रायल अब 4 से 5 दिनों तक लगातार होता रहेगा क्योंकि रेल मंत्रालय के साथ-साथ पीएमओ की भी इस ट्रायल पर सीधी नजर है। जैसे ही इस ट्रायल को हरी झंडी मिल जाएगी, वैसे ही वंदे भारत की नई खेप की ढेर सारी प्रोडक्शन शुरू हो जाएगी। अलग-अलग यूनिट पूरी तरीके से तैयार है। जैसे ही इस वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी मिलेगी प्रोडक्शन का काम तेजी से शुरू हो जाएगा। क्योंकि अगले साल तक प्रधानमंत्री चाहते हैं कि 75 वंदे भारत ट्रेन ट्रैक पर आ जाएं।
चंडीगढ़ मोहाली साहनेवाल ट्रैक पर जो टेस्टिंग हो रही है वह 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हो रही है। इसके बाद हाई स्पीड ट्रैक पर इस ट्रेन की टेस्टिंग की जाएगी। हाई स्पीड ट्रैक कोटा नागदा रेलवे ट्रैक है जिस पर इस ट्रेन को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चला कर देखा जाएगा।
--आईएएनएस
पवन/एसकेपी