
विश्वविद्यालय का कहना है कि दिए गए निर्देशों का पालन न करने पर विश्वविद्यालय द्वारा सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। विश्वविद्यालय शांतिपूर्ण शैक्षणिक माहौल को नष्ट करने के लिए निहित स्वार्थ वाले लोगों व संगठनों को रोकने के लिए हर संभव उपाय कर रहा है। वहीं जामिया में मचे इस हंगामे के बीच जामिया यूनिवर्सिटी के सभी गेट बंद कर दिए गए हैं। छात्रों को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। गौरतलब है कि जामिया के कुछ छात्रों ने कहा था कि वो बीबीसी की इंडिया, द मोदी क्वेश्चन डाक्यूमेंट्री दिखाएंगे। हालांकि जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया। लेकिन छात्र बुधवार शाम 6 बजे तक डॉक्यूमेंट्री दिखाने पर अड़े रहे। इसलिए छात्रों को चेतावनी देते हुए यूनिवर्सिटी ने नोटिस जारी किया है।
इससे पहले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में मंगलवार को छात्र संघ कार्यालय की बिजली और इंटरनेट कनेक्शन काट दिया गया था। जेएनयू छात्र संघ से जुड़े कुछ छात्र भी यहां बीबीसी द्वारा प्रधानमंत्री मोदी पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री इंडिया, द मोदी क्वेश्चन दिखाना चाहते थे। वहीं विश्वविद्यालय ने छात्रों को कैंपस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संबंधित बीबीसी की डाक्यूमेंट्री इंडिया, द मोदी क्वेश्चन की स्क्रीनिंग को रद्द करने को कहा था। जेएनयू विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी छात्रों से सख्त लहजे में कहा कि स्क्रीनिंग करने वाले छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। जेएनयू में भी छात्रों के एक समूह ने जेएनयूएसयू के नाम पर एक डॉक्यूमेंट्री, फिल्म इंडिया द मोदी क्वेश्चन की स्क्रीनिंग के लिए एक पैम्फलेट जारी किया था। स्क्रीनिंग का समय 24 जनवरी, 2023 को रात 9 बजे निर्धारित किया गया था।
--आईएएनएस
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