बलरामपुर-रामानुजगंज में हाथी ने मचाया कहर, महिला की मौत, एक ग्रामीण गंभीर रूप से घायल

बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ग्राम चाकी में बीती रात एक जंगली नर हाथी ने कहर बरपाया। हाथी की चपेट में आने से एक महिला की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक अन्य ग्रामीण के दोनों पैर टूट गए। घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है और लोग भयभीत होकर रातें जागकर गुजारने को मजबूर हैं।
घटना की पूरी जानकारी:
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, घटना रविवार देर रात की है जब एक नर हाथी गांव में घुस आया और कई घरों को नुकसान पहुंचाया। इसी दौरान वह ग्राम चाकी निवासी एक महिला पर टूट पड़ा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हाथी ने एक अन्य ग्रामीण को भी अपनी चपेट में ले लिया, जिससे उसके दोनों पैर बुरी तरह टूट गए। घायल ग्रामीण को तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गांव में स्थिति का जायजा लिया। हाथी को जंगल की ओर खदेड़ने के लिए मौनिटरिंग टीम को सक्रिय किया गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह एक अकेला नर हाथी है, जो हाल के दिनों में कई बार सीमावर्ती गांवों में देखा गया है।
वन अधिकारियों ने गांव के लोगों से रात में घर से बाहर न निकलने और सतर्क रहने की अपील की है। इसके अलावा ग्रामीणों को हाथी भगाने के पारंपरिक तरीकों से बचने और वन विभाग से संपर्क में रहने की सलाह दी गई है।
क्षेत्र में बना हुआ है दहशत का माहौल
इस घटना के बाद ग्राम चाकी सहित आसपास के गांवों में दहशत फैल गई है। लोग जंगल से लगे इलाकों में रात के समय चौकसी बरत रहे हैं। कई ग्रामीणों ने बताया कि यह पहला मौका नहीं है, जब हाथी ने गांव में हमला किया हो। इससे पहले भी इस क्षेत्र में हाथियों के द्वारा फसल नष्ट करने और घरों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं हो चुकी हैं।
मुआवजे और सहायता की मांग
ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने सरकार से मृतक महिला के परिजनों को मुआवजा देने, घायल का बेहतर इलाज कराने और हाथियों के आतंक को रोकने के लिए स्थायी समाधान की मांग की है। लोगों का कहना है कि हर साल हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है, लेकिन अब तक कोई ठोस इंतजाम नहीं किया गया है।