
छत्तीसगढ़ में आज से नया शैक्षणिक सत्र 2024-25 की शुरुआत हो गई है। गर्मी की छुट्टियों के बाद राज्यभर के सरकारी और निजी स्कूलों में आज से फिर से पढ़ाई शुरू हो गई। स्कूलों में बच्चों की चहलकदमी और शिक्षकों की गूंजती आवाज़ों से एक बार फिर क्लासरूम गुलजार हो उठे। बच्चों के चेहरों पर नई कक्षा में पहुंचने का उत्साह और नई किताबों की खुशबू साफ झलक रही थी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बच्चों को खास संदेश देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व ट्विटर) पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा—
"प्यारे बच्चों, आज से स्कूल की घंटी फिर से गूंजने लगी है। नई किताबों की खुशबू, नई कक्षा का उत्साह और नए सपनों के साथ फिर से एक नई शुरुआत हो रही है। यह दिन हम सबके लिए विशेष है। मैं आप सभी से कहना चाहता हूँ कि खूब मन लगाकर पढ़िए, जिज्ञासा के साथ प्रश्न पूछिए, उत्तर खोजिए और आगे बढ़िए।"
सीएम का यह संदेश न सिर्फ विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने वाला है, बल्कि शिक्षा के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा ही समाज और राष्ट्र की नींव है, और बच्चे ही हमारे भविष्य हैं।
स्कूलों में दिखी नई ऊर्जा
राजधानी रायपुर से लेकर सुदूर ग्रामीण इलाकों तक, स्कूलों में आज सुबह से ही बच्चों की चहल-पहल देखने को मिली। कहीं अभिभावक बच्चों को हाथ पकड़कर स्कूल छोड़ते नजर आए तो कहीं शिक्षकों ने तिलक और मिठाई से बच्चों का स्वागत किया। कई स्कूलों में प्रार्थना सभा और स्वागत कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।
नए शिक्षा सत्र की शुरुआत के साथ ही बच्चों को नई किताबें, ड्रेस और स्टेशनरी का वितरण भी शुरू हो गया है। शिक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि सत्र के पहले दिन से ही पढ़ाई प्रारंभ हो।
शिक्षक और अभिभावक भी उत्साहित
शिक्षकों ने बताया कि इस बार गर्मी की छुट्टियों में स्कूलों की आधारभूत संरचना को बेहतर बनाने के लिए कई पहल की गईं, जिससे बच्चों को बेहतर माहौल में पढ़ाई का अवसर मिलेगा। वहीं अभिभावकों ने भी उम्मीद जताई कि इस सत्र में बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा और समुचित संसाधन मिलेंगे।