खुल गया लाल सूटकेस वाले लाश का काला सच! प्रेमी-प्रेमिका नहीं पति-पत्नी ने की हत्या

छत्तीसगढ़ के रायपुर के रिहायशी इलाके में जमीन विवाद के चलते एक दिव्यांग की हत्या कर दी गई। इसके बाद उसके शव को सीमेंट में लपेटकर पहले सूटकेस में रखा गया। इसके बाद सूटकेस को स्टील के ट्रंक में भरकर फेंक दिया गया। पुलिस ने जब इस मामले में जांच शुरू की तो इस हत्याकांड की साजिश के पीछे एक ही पत्नी का हाथ सामने आया, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
रायपुर के डीडी नगर में दिव्यांग की लाश मिलने के बाद मामले की जांच शुरू की गई। इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो उसमें एक महिला और एक पुरुष नजर आए, जिनकी पहचान रायपुर के वकील अंकित उपाध्याय और उनकी पत्नी के रूप में हुई। जांच में सामने आया है कि जमीन दलाली के विवाद को लेकर उन्होंने किशोर दिव्यांग पैकरा की हत्या की साजिश रची थी।
सीसीटीवी से आरोपियों की पहचान रायपुर एसएसपी लाल उम्मेद सिंह ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि हत्या अंकित और उसकी पत्नी ने की है। अंकित के पिता छत्तीसगढ़ पुलिस के सेवानिवृत्त एएसआई हैं और उनकी पत्नी की पहचान उस इलाके के सीसीटीवी फुटेज से हुई, जहां पैकरा का शव मिला था। फुटेज में सोमवार को रायपुर के डीडी नगर में एक कार घुसती दिखी, जिसमें से दो लोग उतरकर कार की डिक्की खोलकर शव निकालते हैं। मृतक ने बेचा था अपना प्लॉट पुलिस ने बताया कि कार के पीछे दोपहिया वाहन पर चेहरा ढके एक महिला सवार दिखी। कार की नंबर प्लेट जाली थी।
जांच में पता चला कि मृतक पैकरा चलने में असमर्थ था और उसे चलने के लिए व्हीलचेयर की जरूरत थी। वह एचएमटी चौक, हांडीपाड़ा में रहता था। पैकरा ने अंकित की मदद से मोहाड़ी गांव में अपना प्लॉट 50 लाख रुपये में बेचा था, लेकिन उसे तय कीमत से 20 लाख रुपये कम मिले। 20 लाख रुपये के लिए हत्या जब पैकरा ने अपनी जमीन के बचे हुए 20 लाख रुपये मांगे तो अंकित फंस गया। क्योंकि वह दलाली करता था। 20 लाख रुपये को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई। पैकरा ने अंकित को उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी, जिसके बाद अंकित डर गया और पैकरा की हत्या कर दी। उसने शव को सीमेंट में लपेटा, सूटकेस में बंद किया और स्टील के ट्रंक में रखकर पत्नी के साथ डीडी नगर में फेंक दिया। अंकित चंगोराभाटा का रहने वाला है। अब पुलिस उसे और उसकी पत्नी दोनों को गिरफ्तार कर रायपुर ले गई है।