प्राइवेट स्कूलों की सीट से दुगना भरा गया आवेदन, इस दिन निकलेगी प्रथम चरण की लॉटरी

शिक्षा के अधिकार के तहत निजी स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रथम चरण में 1,04,317 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं। हालांकि दूसरे चरण के लिए आवेदन की तिथि निर्धारित हो गई है, लेकिन आवेदन शुरू नहीं हुए हैं।
दरअसल, पहले चरण की अंतिम तिथि 8 अप्रैल थी। 2025-26 सत्र में राज्य भर के 6,732 स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा। इस सत्र में 51,978 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। दरअसल, शैक्षणिक सत्र 2025-26 में प्रवेश के लिए केजी-1 और कक्षा 1 में प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है।
अब नोडल अधिकारी 25 अप्रैल तक प्राप्त दस्तावेजों की जांच करेंगे। एक व दो मई को लॉटरी से सीटों का आवंटन होगा। इसके बाद पांच से 30 मई तक लॉटरी में चयनित विद्यार्थियों को चिन्हित स्कूलों में प्रवेश देने की प्रक्रिया चलेगी।
दोगुने आवेदन प्राप्त हुए, लेकिन सीटें नहीं भरी गईं।
उल्लेखनीय है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई प्रवेश) के तहत पिछले सत्र में निजी स्कूलों में आठ हजार से अधिक सीटें रिक्त रह गई थीं। पिछले सत्र में राज्य भर में 6,749 निजी स्कूलों में 54,367 सीटें थीं। इनमें से 46,219 को भर्ती किया गया। जबकि 8,000 सीटें रिक्त रह गयीं।
वहीं, 1 लाख 22 हजार से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए। हालाँकि, सीटें भरी नहीं हैं। यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब सीटों की संख्या से दोगुनी संख्या के लिए आवेदन प्राप्त हुए। वहीं, रायपुर जिले में करीब 800 निजी स्कूलों में आरटीई के तहत 6,000 सीटें आरक्षित हैं, जिनमें से करीब 1,000 सीटें खाली रह जाती हैं।
इसी प्रकार, इस सत्र में भी ऐसी ही स्थिति निर्मित हो रही है। राज्य में शिक्षा विभाग ने आरटीई के तहत प्रवेश देने के लिए लॉटरी प्रणाली लागू की है। इसके तहत निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटें आरटीई के तहत भरना अनिवार्य है।
आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन किए जाएंगे।
सत्र 2025-26 में प्रदेश में 403 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल एवं 348 स्वामी आत्मानंद उत्तम हिंदी माध्यम स्कूल संचालित हो रहे हैं। इन स्वामी आत्मानंद उत्तम अंग्रेजी/हिंदी माध्यम स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया शिक्षा विभाग द्वारा तय कर दी गई है।
प्रवेश के लिए आवेदन 5 मई तक किये जा सकते हैं। इन स्कूलों में प्रवेश के लिए आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन SEZES पोर्टल के माध्यम से किया जाना चाहिए। एक छात्र केवल एक ही स्कूल में आवेदन कर सकता है।
वहीं, पहले चरण के प्रवेश के लिए अन्य जरूरी प्रक्रियाएं 11 मई से 15 मई तक होंगी। अधिक आवेदन आने पर 6 मई से 10 मई के बीच लॉटरी के जरिए सीट आवंटन किया जाएगा।
महतारी दुलार योजना के तहत पालक बच्चे का मृत्यु प्रमाण पत्र देना होगा।
महतारी दुलार योजना के तहत कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को विशेष प्राथमिकता के साथ प्रवेश दिया जाएगा। प्रवेश के लिए आवेदन पत्र के साथ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमओ) द्वारा जारी माता-पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा।
इसी प्रकार, बीपीएल एवं आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावकों के बच्चों को कुल रिक्त सीटों के 25 प्रतिशत पर प्रवेश दिया जाएगा। माता-पिता को सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा।
कुल रिक्त सीटों में से 25 प्रतिशत सीटों पर आवेदक बच्चों का प्रवेश लॉटरी प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि चयन कंप्यूटर द्वारा यादृच्छिक रूप से किया जाएगा। यदि उपलब्ध सीटों से अधिक योग्य आवेदक होंगे तो चयन लॉटरी द्वारा किया जाएगा।