शिक्षक पिता से स्कूल की कमान संभाल बेटी बनी हेडमास्टर, भावुक हुआ पूरा विद्यालय परिसर
जीवन में ऐसे पल कभी-कभी ही आते हैं, जब एक बेटी अपने पिता के पदचिन्हों पर चलकर उसी संस्था में उनसे ऊंचा दायित्व संभालती है। सोमवार को सूर्यगढ़ा नगर परिषद के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय, भागवतचक में एक ऐसा ही प्रेरणादायक और भावुक कर देने वाला क्षण सामने आया, जब एक बेटी ने अपने शिक्षक पिता से प्रभार लेकर हेडमास्टर की कुर्सी संभाली।
यह दृश्य सिर्फ पिता-पुत्री के लिए ही नहीं, बल्कि वहां मौजूद सभी शिक्षकों, बच्चों और अभिभावकों के लिए भी बेहद भावुक और गर्व से भर देने वाला रहा। वर्षों तक जिस विद्यालय में पिता ने शिक्षा की अलख जगाई, आज उसी स्थान पर उनकी बेटी नेतृत्व की जिम्मेदारी संभालते हुए स्कूल की नई दिशा तय करने के लिए आगे बढ़ी है।कार्यक्रम के दौरान पिता ने जब बेटी को कुर्सी पर बिठाकर प्रभार सौंपा, तो वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। बेटी की आंखों में गर्व था, तो पिता की आंखों में आशीर्वाद और संतोष की चमक।
यह घटना न केवल महिला सशक्तिकरण और बेटियों की उपलब्धियों का प्रतीक बनी, बल्कि इसने यह भी दिखाया कि संस्कार, मेहनत और शिक्षा की विरासत जब अगली पीढ़ी तक पहुंचती है, तो उसका असर समाज के लिए प्रेरणा बन जाता है।विद्यालय परिवार, नगर परिषद और ग्रामीणों ने इस उपलब्धि पर हर्ष जताते हुए बेटी और उनके पिता को बधाई दी, और भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं।

