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तिल्दा नेवरा में महिला शिक्षकों का वीडियो बना रहा था स्कूल प्रधानाचार्य, शिकायत पर हुई कार्रवाई

तिल्दा नेवरा में महिला शिक्षकों का वीडियो बना रहा था स्कूल प्रधानाचार्य, शिकायत पर हुई कार्रवाई

समाज में शिक्षक को एक आदर्श के रूप में देखा जाता है, जिससे उम्मीद की जाती है कि वह शिक्षा के माध्यम से समाज को सही दिशा देगा। लेकिन जब शिक्षक ही अपनी मर्यादाओं को लांघकर अमर्यादित हरकतों पर उतर आए, तो यह सामाजिक व्यवस्था और नैतिक मूल्यों पर गहरी चोट करता है। ऐसा ही चौंकाने वाला मामला रायपुर जिले के तिल्दा नेवरा ब्लॉक से सामने आया है, जहां एक शासकीय स्कूल के प्रधानाचार्य पर महिला शिक्षकों का चोरी-छिपे वीडियो बनाने का गंभीर आरोप लगा है।

🎥 क्या है पूरा मामला?

तिल्दा नेवरा के एक शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की महिला शिक्षिकाओं ने प्रधानाचार्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि प्रधानाचार्य चोरी-छिपे स्कूल परिसर में लगे मोबाइल या अन्य उपकरणों से महिला शिक्षकों के वीडियो बनाता था, और यह गतिविधि लंबे समय से चल रही थी

महिला शिक्षिकाओं ने बताया कि उन्हें पहले संदेह हुआ, लेकिन बाद में जब कुछ सबूत सामने आए, तो उन्होंने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों और शिक्षा विभाग से की।

👮‍♂️ शिकायत के बाद कार्रवाई

शिकायत की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा विभाग ने तत्काल संज्ञान लिया और प्रधानाचार्य के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि:

  • आरोपी प्रधानाचार्य को प्रारंभिक रूप से निलंबित कर दिया गया है।

  • मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त कर लिए गए हैं।

  • पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई गई है और मामला अब आपराधिक जांच के दायरे में है।

😡 शिक्षकों में आक्रोश, छात्रों और अभिभावकों में चिंता

इस घटना के बाद विद्यालय में अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं और कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। वहीं, छात्रों और अभिभावकों में भी चिंता का माहौल है कि जिस संस्था में बच्चों को सुरक्षित माहौल देने की जिम्मेदारी होनी चाहिए, वहां ऐसे अश्लील कृत्य कैसे हो सकते हैं

एक स्थानीय महिला शिक्षक ने कहा—

“हमने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि एक प्रधानाचार्य ऐसी घटिया हरकत कर सकता है। यह न केवल शिक्षक के पद की गरिमा का अपमान है, बल्कि हम सबकी सुरक्षा के लिए खतरा भी है।”

📢 प्रशासन का बयान

ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) ने बताया कि—

“इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जा रही है। प्रारंभिक जांच के आधार पर आरोपी प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया गया है। आगे की जांच में दोष सिद्ध होने पर सेवा से बर्खास्तगी की भी अनुशंसा की जा सकती है।”

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