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प्रदेश में मानसून की सक्रियता बढ़ी, बिलासपुर-सरगुजा में बारिश का दौर जारी

प्रदेश में मानसून की सक्रियता बढ़ी, बिलासपुर-सरगुजा में बारिश का दौर जारी

प्रदेश में मानसून की सक्रियता एक बार फिर बढ़ती दिखाई दे रही है। बीते 24 घंटों के दौरान बिलासपुर और सरगुजा संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई, वहीं रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग के कुछ क्षेत्रों में बहुत हल्की वर्षा हुई। मौसम विभाग ने शनिवार को प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है।

मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोरिया जिले के सोनहत में सबसे अधिक 86.4 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा पेंड्रा में 40 मिमी, पिलाईगढ़ में 30 मिमी, जबकि केल्हारी, रामानुजगंज, रघुनाथनगर, भटगांव, चलगली और चांदो में 10 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि मानसून का यह एक्टिवेशन सामान्य से कुछ अधिक है और आने वाले दिनों में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश की संभावना बनी हुई है।

विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून की यह सक्रियता कृषि और जल संसाधनों के लिए राहत लेकर आएगी। किसानों के लिए यह समय महत्वपूर्ण है क्योंकि खरीफ की फसलें विशेष रूप से बारिश पर निर्भर करती हैं। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं और भारी वर्षा से होने वाले नुकसान से बचाव के उपाय करें।

राज्य के कई जिलों में मौसम का यह बदलाव लोगों की दैनिक गतिविधियों पर भी असर डाल सकता है। खासकर बिलासपुर और सरगुजा संभाग में हल्की से मध्यम वर्षा के कारण सड़कों पर पानी भरने और जलजमाव की स्थिति बन सकती है। प्रशासन ने पहले ही नागरिकों से सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर बचाव उपाय अपनाने की अपील की है।

मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले 48 घंटे में प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज बारिश और अंडरलाइन तूफानी हवाओं का खतरा है। इसके मद्देनजर प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है और स्थानीय स्तर पर सभी आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं।

विशेषज्ञों ने बताया कि मानसून की यह सक्रियता फिलहाल अस्थायी है, लेकिन यह संकेत देती है कि प्रदेश के कई हिस्सों में आगे भी बारिश की गतिविधि जारी रह सकती है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों पर ध्यान दें और आवश्यक सावधानी बरतें।

प्रदेश के जलस्तर और जलस्रोतों के लिए यह बारिश फायदेमंद मानी जा रही है। कई क्षेत्रों में वर्षा के कारण नदियों और तालाबों का जलस्तर बढ़ेगा, जिससे पेयजल और सिंचाई के संसाधनों में सुधार होगा। इसके साथ ही, यह मानसून की सक्रियता शहरों और ग्रामीण इलाकों में हरियाली और कृषि के लिए भी लाभकारी साबित होगी।

मौसम विभाग ने प्रदेशवासियों से आग्रह किया है कि वे बारिश के समय सड़क पार करते समय या नदी और नालों के पास जाते समय सतर्क रहें। प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने भी हर जिले में अलर्ट जारी कर दिया है।

इस बार के मानसून की सक्रियता ने किसानों, प्रशासन और आम नागरिकों सभी के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता को स्पष्ट कर दिया है। आने वाले दिनों में प्रदेश में मौसम के उतार-चढ़ाव को देखते हुए सुरक्षा और सावधानी को सर्वोपरि रखना आवश्यक होगा।

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