स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी के दौरान बड़ी लापरवाही, ऑपरेशन के 2 दिन बाद महिला की अचानक बिगड़ी तबीयत

करतला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी के दौरान लापरवाही का मामला सामने आया है। इस संबंध में पीड़िता के पति ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से शिकायत की है। रायगढ़ जिले के गेरसा गांव निवासी घासीदास महंत ने बताया कि वह अपनी 31 वर्षीय पत्नी सुनीता महंत की नसबंदी कराने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करतला पहुंचा था। डॉक्टर ने उसकी जांच करने के बाद नसबंदी कर दी।
महिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती
नसबंदी के दो दिन बाद डॉक्टरों ने पेट फूलने और दर्द की शिकायत बताई। डॉक्टर ने उसे दवा दी, लेकिन आराम नहीं मिला और उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई। इसके बाद परिजनों ने महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में एक्स-रे, सोनोग्राफी, सीटी स्कैन और अन्य जांच के बाद पता चला कि नसबंदी सही तरीके से नहीं हुई है। इसके बाद नसबंदी के टांके फट गए। फिलहाल महिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती है।
लाखों रुपए खर्च हो चुके हैं
घासीदास ने बताया कि नसबंदी के बाद पेट की समस्या से जूझ रही उनकी पत्नी के इलाज पर करीब चार लाख रुपए खर्च हो चुके हैं। लेकिन समस्या का समाधान अभी तक नहीं हो पाया है। इलाज में जेवर, दोपहिया वाहन समेत अन्य सामान बिक गए। इससे उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। घासीदास ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग से मुआवजे की मांग की है।