
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज धमतरी में आयोजित समीक्षा बैठक में 'विकसित छत्तीसगढ़' का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि 'विकसित छत्तीसगढ़' के लिए तैयार विजन डॉक्यूमेंट एक रोडमैप की तरह है, जिसमें लक्ष्य और दिशा-निर्देश स्पष्ट हैं। अधिकारी इसे पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ परिणाम तक ले जाएं, ताकि विकसित छत्तीसगढ़ का लक्ष्य साकार हो सके। मुख्यमंत्री साय आज रायपुर और धमतरी जिले में योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
विकसित छत्तीसगढ़
सुशासन तिहार के समापन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की समस्याओं के समाधान का यह सिलसिला रुकना नहीं चाहिए। लोगों से संवाद और उनकी समस्याओं का समाधान निरंतर जारी रहना चाहिए। अधिकारी मेहनत और नए-नए तरीकों से लोगों की समस्याओं का समाधान करें। आम लोगों को मिलने वाला न्याय नहीं मिलना न्याय न मिलना है। उन्होंने कहा कि राजस्व त्रुटि सुधार जैसे कार्यों में अधिकारी-कर्मचारी गलतियां करते हैं, लेकिन आम लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है।
मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग में डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा देने और समय प्रबंधन पर ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि सक्रिय तहसीलदारों वाले क्षेत्रों में राजस्व मामले कम लंबित हैं। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को जनता के साथ अच्छा व्यवहार करने और कम से कम समय में गुणवत्तापूर्ण तरीके से अपना काम पूरा करने के निर्देश दिए।
प्रमुख योजनाओं पर फोकस
मुख्यमंत्री ने केंद्र और राज्य सरकार की प्रमुख योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास बीमा योजना, पीएम आवास और जल जीवन मिशन को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि फसल बीमा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा सर्वश्रेष्ठ राज्य चुना गया है। साथ ही नीति आयोग की बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार धमतरी और रायपुर में पर्यटन स्थल विकसित करने की संभावनाएं तलाशने को कहा।
शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि पर जोर
मुख्यमंत्री ने जिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने दंतेवाड़ा का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के डीईओ के अच्छे प्रदर्शन के कारण कक्षा 10वीं और 12वीं के परिणाम बेहतरीन रहे, जिसकी प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' में सराहना की। स्वास्थ्य विभाग में संसाधनों की सतत निगरानी और उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही धमतरी और रायपुर जिले में खरीफ फसल की तैयारी और किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने पर जोर दिया गया।
योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक बिना किसी बाधा के पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि विभागीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में आने वाली कठिनाइयों को साझा करें, ताकि राज्य स्तर पर सहायता प्रदान की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों के काम की लगातार निगरानी की जा रही है और उनके पास प्रत्येक जिले का रिपोर्ट कार्ड है। उन्होंने कहा कि सुशासन तिहार के दौरान अधिकारियों ने बड़ी संख्या में आवेदनों का समय पर निराकरण किया है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि अच्छा काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए और काम नहीं करने पर उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, सांसद रूपकुमारी चौधरी, विधायक अजय चंद्राकर, विधायक ओमकार साहू, महापौर रामू रोहरा, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सार्वा, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू निषाद, अपर मुख्य सचिव रेणु जी. पिल्लई, मुख्यमंत्री के अपर सचिव सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव बसव राजू एस. सहित रायपुर और धमतरी जिले के अधिकारी उपस्थित थे।